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पेट में पल रहा है 8 महीने का बच्चा, नहीं सुनी ससुराल वालों की बात, कोरोना मरीजों के इलाज में झोंक दी जिंदगी
हटके डेस्क: कोरोना वायरस दुनिया पर ऐसे कहर बनकर टूटेगा, किसने सोचा था? आज दुनिया में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 23 लाख 32 हजार के पार है, जबकि मृतकों की संख्या भी 1 लाख 60 हजार पहुंच गया है। दुनिया के करीब हर देश में इस वायरस ने कोहराम मचाया है। इस जानलेवा बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है। बचाव के लिए कई देशों को लॉकडाउन किया जा चुका है। वायरस से बचाव के लिए लोगों से घरों में रहने की अपील के बावजूद लोग बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में जो लोग अपनी जिंदगी की बाजी लगाकर घर से बाहर वायरस से जंग लड़ रहे हैं, उन्हें परेशानी हो रही है। कोरोना वॉरियर्स अपनी जिंदगी की परवाह किये बिना ही इस जानलेवा वायरस से टक्कर ले रहे हैं। ऐसी ही एक योद्धा है 29 साल की ये महिला, जो अपनी प्रेग्नेंसी के बावजूद कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रही है।
| Published : Apr 19 2020, 10:15 AM IST / Updated: Apr 19 2020, 11:57 AM IST
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दुनिया के कई देशों में फैले कोरोना से जंग लड़ते कई वॉरियर्स की कहानी वायरल हुई है। ये वॉरियर्स अपनी जान की परवाह किये बिना अपने परिवार से दूर कोरोना संक्रमितों की जान बचाने में जुटे हैं।
कोरोना वॉरियर्स की लिस्ट में पुलिस से लेकर डॉक्टर्स और डिलीवरी ब्वॉय शामिल हैं, जो इस संक्रमित बीमारी के दौर में भी आम लोगों की सेवा में लगे हुए हैं।
इस बीच मलेशिया से एक महिला डॉक्टर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई। ये महिला प्रेग्नेंट हैं। फिर भी अपनी जान की परवाह किये बिना कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटी हुई है।
महिला की तस्वीर फेसबुक पर शेयर की गई। महिला के गर्भ में 30 हफ्ते का बच्चा है। ससुराल वालों द्वारा अस्पताल ना जाने की बात को नजरअंदाज करते हुए भी वो कोरोना मरीजों की सेवा कर रही है। इस हालत में भी काम कर रही महिला डॉक्टर की लोग काफी तारीफ कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के आने के बाद कई लोगों ने इसपर कमेंट किया। कई लोगों ने पब्लिक से घरों में ही रहने को कहा ताकि ये लोग अपने परिवार के पास जा सके।
बता दें कि कोरोना से जंग में अभी तक कई मेडिकल स्टाफ्स अपनी जान गंवा चुके हैं। कई डॉक्टर्स अपने परिवार से दूर अलग रहने को मजबूर हैं, ताकि उनके परिवारवालों को संक्रमण ना हो जाए।
मलेशिया में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए सरकार नो मूवमेंट ऑर्डर जारी किया है। इसके बावजूद कई लोग अभी भी सड़कों पर उतर रहे हैं। इस कारण पुलिस को अब सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं।
इस देश में संक्रमितों की कुल संख्या 5 हजार 3 सौ के पार है, जबकि मरने वालों की संख्या 88 है।
19 मार्च तक यहां संक्रमितों की संख्या 9 सौ थी। जो एक महीने के अंदर 5 हजार पार कर गया है। इन वॉरियर्स की मदद के लिए सोशल मीडिया पर लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की गई है।