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10 मार्च के जश्न को विदेशी मीडिया ने बताया लापरवाही, कहा था- कोरोना का पहला केस मिल गया, तभी संभलना चाहिए था
| Published : Apr 13 2020, 01:10 PM IST / Updated: Apr 13 2020, 06:25 PM IST
10 मार्च के जश्न को विदेशी मीडिया ने बताया लापरवाही, कहा था- कोरोना का पहला केस मिल गया, तभी संभलना चाहिए था
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विदेशी मीडिया गल्फ न्यूज ने भारत में कोरोना के कहर के दौरान की खौफनाक तस्वीरें शेयर की थी। देश में कोरोना का पहला मामला 30 जनवरी को आया था।
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लेकिन इसके बावजूद लोगों ने होली का त्यौहार मनाया। उस दौरान हजारों-लाखों लोग एक जगह पर जमा हुए थे।
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गल्फ न्यूज ने होली सेलिब्रेशन की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था कि कोरोना में भी भारत में ऐसे जमा हुए हजारों लोग और मनाया होली।
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इसमें स्कूल-कॉलेज से लेकर मंदिरों में भी होली का जश्न मनाया गया था। जब भारत में उस समय कोरोना संक्रमित मिल चुका था, तो ऐसा करना बड़ी लापरवाही थी।
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होली के समय लोगों को कोरोना के आतंक का अंदाजा ही नहीं था। सबने इसे बड़े हलके में ले लिया था।
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कई जगह होली के दौरान लोग मास्क पहने नजर आए थे। लेकिन किसी को क्या पता था कि वो जो कर रहे हैं, वो शायद उनकी सबसे बड़ी गलती साबित होगी।
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जमकर होली की शॉपिंग की गई थी। बाजार सजे थे जिसमें हजारों लोग आए थे।
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इस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि एक समय ऐसा आएगा जब कोरोना के खौफ से लोग घरों में बंद हो जाएंगे। आज भारत में कोरोना तेजी से फ़ैल रहा है।
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हर दिन के साथ इससे संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। साथ ही मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है।
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भारत में संक्रमण फैलाने का सबसे बड़ा जिम्मेदार तब्लीगी जमात को माना जा रहा है। लेकिन इस बीच ये भी मानना चाहिए कि शुरुआत में किसी ने इस वायरस के खौफ को गंभीरता से नहीं लिया। अगर ऐसा किया जाता तो भारत में हालात ऐसे नहीं होते।