कोरोना से मौत के बाद मुर्दों को दफनाने पर अड़ा ये धर्म, छिड़ी बहस: बॉडी को जलाएं या दफनाएं?
हटके डेस्क: दुनिया में कोरोना ने सभी को पस्त कर दिया है। हर तरफ लाशों का ढेर लग गया है। अभी तक दुनिया में कोरोना के कारण 83 हजार 4 सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई है। कोरोना वायरस फैलने वाली बीमारी है। ये एक से दूसरे में फैलता है। चूंकि अभी तक इसका कोई इलाज नहीं मिल पाया है, इस कारण बचाव ही एक मात्र तरीका है। कोरोना को लेकर अब जो बहस दुनिया में शुरू हुई है, वो ये कि वायरस से मौत के बाद लाशों को जलाया जाए या दफनाया जाए? इसे लेकर कई धर्मों में अंतिम संस्कार को लेकर बहस छिड़ गई है। दरअसल, चीन में कोरोना से मौत के बाद लाशों को जलाया जा रहा है। इसे लेकर सरकार ने आर्डर जारी किये थे। ताकि वायरस बॉडी के साथ खत्म हो जाए। दफ़नाने पर लाश के साथ वायरस मिट्टी में मिल जाएगा और आसपास की मिट्टी को संक्रमित कर देगा। हालांकि, इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है। फिर भी चीन ने लाशों को जलाने का फैसला लिया था। लेकिन भारत सहित अन्य देशों में जिस धर्म में बॉडीज को दफनाया जाता है, वो लाशों को जलाने को लेकर विरोध दर्ज कर रहे हैं।
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