चीन ने बंदरों के बीच भी फैलाया कोरोना, लेकिन बेजुबानों का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाया वायरस
| Published : Mar 17 2020, 10:21 AM IST / Updated: Mar 17 2020, 02:23 PM IST
चीन ने बंदरों के बीच भी फैलाया कोरोना, लेकिन बेजुबानों का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाया वायरस
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चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस का इलाज भी अब यही से ढूंढा जा सकता है।
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चीन ने इस वायरस का इलाज ढूंढने के लिए अपने प्रयोगशाला में कुछ बंदरों को कोरोना वायरस से संक्रमित किया था।
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कोरोना से संक्रमित इन बंदरों ने वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी हासिल कर ली।
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वैज्ञानिकों ने इन बंदरों को कोरोना से इन्फेक्ट तो किया। लेकिन इन बंदरों की बॉडी ने वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी हासिल कर ली।
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चीन अब इन बंदरों की बॉडी से एंटीबॉडीज लेकर वैक्सीन तैयार करने में लगा है।
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आपको बता दें कि एंटीबॉडीज हमारी बॉडी के अंदर होते हैं। जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं। ये एंटीबॉडीज बॉडी को किसी संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं।
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चीन इन बंदरों की बॉडी से लिए एंटीबॉडीज से वैक्सीन तैयार करेंगे और फिर एक महीने के अंदर इसे इंसानों पर ट्राई करेंगे।
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वैज्ञानिक उन लोगों की बॉडी से भी एंटीबॉडीज लेंगे जिन्होंने इस वायरस पर फतह पाई है। आपको बता दें कि दुनियाभर में अभी तक इस वायरस से ग्रस्त 75 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं।
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डॉक्टर्स वायरस से ठीक हो चुके लोगों और बंदरों की बॉडी से लिए एंटीबॉडीज को मिलकर दोनों के बीच की समानता भी देखेंगे।
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कई लोगों को ये भी डर है कि एक बार कोरोना से ठीक होने पर दुबारा इस वायरस की चपेट में आने के कितने प्रतिशत चान्सेस हैं। तो आपको बता दें कि मात्र 0.1 से 1 परसेंट लोग ही दुबारा इस वायरस की चपेट में आए हैं।
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इस खबर के सामने आने के बाद अब जल्द ही इस वायरस का इलाज मिलने की उम्मीद को और मजबूती मिल चुकी है।