किया नजरअंदाज तो कोरोना जैसा भयानक हो सकता है हंता वायरस, इसका भी नहीं है कोई इलाज
हटके डेस्क: दुनिया को कोरोना वायरस से तबाह करने वाले चीन में अब एक और वायरस से मौत का सिलसिला शुरू हो चुका है। चीन में हंता वायरस से एक शख्स की मौत के बाद दुनियाभर की परेशानी बढ़ गई है। ये शख्स बस से यात्रा कर रहा था। तभी उसकी मौत हो गई। बॉडी के पोस्टमार्टम में हंता वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद बस के सभी यात्रियों की भी जांच की गई। कोरोना वायरस की ही तरह हंता वायरस का अब तक कोई इलाज नहीं मिला है। इससे बचाव के लिए कोई इंजेक्शन या दवा नहीं है। सिर्फ ऑक्सीजन थेरेपी से ही बचने के चान्सेस बढ़ाए जाते हैं। इससे बचने का एक मात्र तरीका है बचाव। चूहों से दूर रहना ही इससे बचाव का तरीका है। बता दें कि हंता वायरस नया नहीं है। इस वायरस ने अमेरिका को कई बार अपनी चपेट में लिया है।
| Published : Mar 25 2020, 08:23 AM IST / Updated: Mar 25 2020, 12:47 PM IST
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हंता वायरस का ये नया मामला चीन से सामने आया, जहां इसने एक शख्स की जान ले ली। ये शख्स बस से यात्रा कर रहा था। बस में ही उसकी मौत हो गई।
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हंता वायरस चूहों से इंसान तक पहुंचता है। चूहों में ये वायरस किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता है।
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जब चूहों से ये वायरस इंसान की बॉडी तक पहुंचता है, तब ये जानलेवा हो जाता है।
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अमेरिका में सबसे खतरनाक हंता वायरस सिन नॉम्ब्रे है, जो एक ख़ास चूहे की प्रजाति से इंसान में होती है। सिन नॉम्ब्रे डियर माउस से फैलता है।
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1993 में इस वायरस अमेरिका को बुरी तरह चपेट में लिया था। उस दौरान इसपर काबू पाना मुश्किल हो गया था।
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हंता वायरस के कारण कई लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद 1995 में इसे उन बीमारियों की सूची में रखा गया, जिसकी जानकारी सरकार को देना जरुरी था।
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2012 में अमेरिका के योसेमिते नेशनल पार्क में घूमने आए लोगों में हंता वायरस देखा गया।
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उस दौरान पार्क घूमने आए 10 लोगों में इस वायरस की पुष्टि हुई थी।
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कई सालों बाद 2015 में इसे उन बीमारियों की सूची में रखा गया, जिससे होने वाली मौतों का सरकारी आंकड़ा रखा जाएगा।
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2017 में भी अमेरिका के 7 राज्यों में ये वायरस मिला था। उस दौरान 17 मामले सामने आए थे। ये सभी हंता वायरस के एक एक ख़ास प्रकार सिओल वायरस से ग्रस्त थे।