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AC चलाने के लिए रिश्तेदार ने बंद कर दिया कोरोना मरीज का वेंटिलेटर, शख्स तड़पता रहा, घरवाले देखते रहे
हटके डेस्क: कोरोना वायरस की वजह से दुनिया में संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी आई है। इस वायरस के कारण दुनिया के कई देशों में तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ी है। अमेरिका और रूस में तबाही मचाने के बाद अब धीरे-धीरे इस वायरस ने भारत में पैर पसार दिए हैं। भारत में हर दिन के साथ संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस बीच अब भारत के राजस्थान से ऐसी खबर आई, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। यहां एक मरीज को अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था। कोरोना मरीज से मिलने उसके कुछ रिश्तेदार अस्पताल आए। जब बैठे-बैठे उन्हें गर्मी लगी, तो उन्होंने शख्स के वेंटिलेटर का प्लग निकाल कर उससे कूलर को कनेक्ट कर दिया। नतीजा वेंटिलेटर बंद होते ही मरीज की जान चली गई।
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विदेशी मीडिया डेली स्टार में छपी खबर के मुताबिक मामला राजस्थान के एमबीएस अस्पताल का है। यहां एक मरीज को आईसीयू में एडमिट करवाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शख्स से मिलने 15 जून को उसके कुछ रिश्तेदार अस्पताल आए थे।
जून के महीने में गर्मी काफी ज्यादा थी। ऐसे में मरीज के रिश्तेदारों ने उमस की शिकायत की। तभी उनकी नजर वहां रखे कूलर पर पड़ी।
इन रिश्तेदारों ने पास के स्विच बोर्ड में लगे एक प्लग को निकाल दिया। इसके बाद उसमें कूलर का प्लग लगाया और हवा खाने लगे।
इस बीच थोड़ी देर तो मरीज की हालत स्थिर रही। लेकिन थोड़ी ही देर बाद वो तड़पने लगे। परिजनों को समझ ही नहीं आया कि मरीज को अचानक क्या हो गया।
इससे पहले की वो नर्स या डॉक्टर्स को बुलाते, शख्स की तड़पते हुए मौत हो गई। जब डॉक्टर्स आए तो उन्होंने देखा कि मरीज का वेंटिलेटर बंद किया हुआ था।
दरअसल, रिश्तेदारों ने जो प्लग निकाला था, वो वेंटिलेटर का था। कूलर ऑन करने के लिए उन्होंने वेंटिलेटर ही बंद कर दिया था।
जब तक वेंटिलेटर में बैटरी थी, वो चलता रहा। तब तक मरीज सांस ले रहा था। लेकिन जैसे ही वो डिस्चार्ज हुआ, मरीज को सांस लेने में दिक्कत हुई और उसने तड़पकर दम तोड़ दिया।
बता दें कि राजस्थान में अभी तक कोरोना के मरीजों की कुल संख्या 13 हजार से अधिक है। साथ ही मरने वालों का आंकड़ा भी तीन सौ से अधिक है। ऐसे में इस लापरवाही का मामला शॉकिंग है।