अब सूअर की उलटी से महामारी फैलाने की तैयारी में चीन, 1 बूंद से ही मारा जाएगा इंसान!
हटके डेस्क: साल 2020 ने लोगों को अभी तक एक अच्छी खबर नहीं दी। कोरोना का इलाज अभी तक मिल नहीं पाया है। इस वायरस की वजह से दुनिया के सभी देशों की हालत खस्ता हो चुकी है। लेकिन इसे फैलाने वाला चीन तरक्की की राह में है। इस देश की अर्थव्यवस्था ग्रोथ दिखा रही है। वहीं अब इस देश के हालात भी नॉर्मल होते जा रहे हैं। अब इस देश से एक नए वायरस की खबर आ रही है। ये वायरस सूअर की उलटी से इंसान में फ़ैल रही है। ये वायरस इतना स्ट्रांग है कि उलटी की एक बूंद के संपर्क में आने से ही इंसान इसके लपेटे में आ जाएगा। इस खबर के सामने आने से एक बार फिर हड़कंप मच गया है।
| Published : Oct 15 2020, 02:16 PM IST
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चीन से एक और बुरी खबर सामने आ रही है। पहले ही इस देश ने दुनिया को कोरोना महामारी का तोहफा दिया है। अब वैज्ञानिकों ने यहां से एक नई महामारी के फैलने की आशंका जताई है।
चीन से कोई जानलेवा वायरस फैलेगा इसकी आशंका वैज्ञानिकों ने 2016 में ही जाहिर कर दी थी। लेकिन तब भी वहां चमगादड़ सहित कई जानवरों का मांस धड़ल्ले से बिकता रहा। नतीजा हुआ कि 2020 महामारी के साए में बीत रहा है।
अब चीन में एक और वायरस के फैलने की आशंका जताई गई है। इसे कोरोना की ही दूसरी लहर लेकिन उससे भी खतरनाक बताया जा रहा है। ये वायरस सूअर की उलटी से फ़ैल सकता है।
चीन के कई सूअरों में स्वाइन एक्यूट डायरिया सिंड्रोम (Swine acute diarrhoea syndrome) देखने को मिल रहा है। इसे SADS-CoV भी कहा जाता है। ये भी चमगादड़ से ही आया है।
सामने आए इस नए वायरस को कोरोना से खतरनाक और जल्दी संक्रमित करने वाला बताया जा रहा है। अगर कोई इंसान इन सूअरों के संपर्क में आता है तो वो इसकी चपेट में आ जाएगा। इतना ही नहीं इनकी उलटी तक इसे फैलाने में मदद कर सकती है।
चीन से पोर्क को दुनिया के कई देशों में भी सप्लाई किया जाता है। ऐसे में इनके मांस से महामारी फैलने की भी आशंका जताई गई है। नॉर्थ कैरोलिना के रिसर्चर्स ने स्टडी में पाया कि ये वायरस सांस के जरिये बॉडी में जाकर लिवर और इंटेस्टिनल सेल्स को प्रभावित करता है।
इस रिसर्च में शामिल प्रोफ़ेसर बारीक और उनकी टीम ने पाया कि सूअर के मुंह से निकली उलटी की एक बूँद भी अगर इंसान के संपर्क में आई तो वो झट से संक्रमित हो जाएगा। इसके लिए पोर्क खाना भी जरुरी नहीं है।
अभी चीन में कुछ सूअरों में इसके लक्षण नजर आ रहे हैं। लेकिन टीम का कहना है कि इसपर कंट्रोल किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं होगा तो शायद चीन एक और माहमारी फैलाने में कामयाब हो जाएगा।