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लॉकडाउन में फिर से लौट आया है जानलेवा ब्लू व्हेल गेम, 50 चैलेंज पूरा करवाकर इस तरह ले लेता है जान
हटके डेस्क: कुछ सालों पहले दुनिया में अचानक ब्लू व्हेल गेम चर्चा में आया था। इस गेम की वजह से दुनिया के कई देशों में कई लोगों ने अपनी जान दे दी। इस गेम की शुरुआत रूस से हुई थी, उसके बाद ये भारत तक में फ़ैल गया था। इसके बाद कई सुसाइड के केसेस सामने आने के बाद इस गेम पर बैन लगा दिया गया था। इसके बाद दुनिया में पब्जी काफी मशहूर हो गया और लोग ब्लू व्हेल को भूल गए। लेकिन लॉकडाउन में एक बार फिर इस गेम ने बच्चों के मोबाइल में एक्सेस कर लिया है। रूस की पुलिस ब्रांच ने पेरेंट्स को चेतावनी जारी की है। उन्होंमे पेरेंट्स से बच्चों पर ध्यान देने को कहा है क्यूंकि लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लासेस के लिए बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन आ गया है। ऐसे में इनके पास गेम का एक्सेस आसानी से हो गया है। आखिर क्या है ये ब्लू व्हेल और कैसे ये ले लेता है लोगों की जान...
| Published : Jul 17 2020, 01:28 PM IST
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2016 में रूस से सामने आए इस गेम ने देखते दुनिया के कई देशों में एक्सेस कर लिया था। इसमें भारत भी शामिल था। इस गेम के अंत में लोग सुसाइड करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
इस गेम को कुल 50 दिन के लिए खेला जाता है। इन 50 दिनों में खेलने वालों को 50 चैलेंज पूरा करने को कहा जाता है।
शुरूआती चैलेंज आसान होते हैं। इसमें हॉरर फिल्म देखने से लेकर रात को अजीबोगरीब समय में जागना और सोना शामिल है। इसके बाद धीरे-धीरे चैलेंज का लेवल बढ़ता जाता है।
50 वे दिन तक खेलने वाले को इसकी ऐसी लत लग जाती है कि वो कुछ भी करने को तैयार होता है। ऐसे में जो इन बच्चों को चैलेंज दे रहा होता है वो उन्हें सुसाइड करने को उकसाता है।
कहा जाता है कि इस गेम का जो इंस्ट्रक्टर है वो जोकर जैसे गेटअप में रहता है। ये बच्चों को इंस्ट्रक्शन देता है। पहले प्यार से अगर ना तो ब्लैकमेल तक किया जाता है।
रशियन पुलिस ने मीडिया को बताया कि एक बार फिर ये गेम खेला जा रहा है। लॉकडाउन में घरवालों को इसका ध्यान रखने की जरूरत है कि वो बच्चों को मोबाइल देकर लापरवाह ना हो जाए।
बता दें कि पिछली बार जब ये गेम आया था, तब कई बच्चों ने सुसाइड किया था। इसे खेलने वाले बच्चे अपने आप को नुकसान पहुंचाते थे। इसमें हाथ काटना शामिल था।
बाद में इस गेम की जांच की गई और फिर कुछ युवाओं को अरेस्ट किया गया। ये गैंग बनाकर बच्चों से डरावने काम करवाते थे।
इस चेतावनी के सामने आने के बाद पेरेंट्स की चिंता बढ़ गई है। कोरोना के कारण स्कूल-कॉलेज बंद हैं। ऐसे में छोटे बच्चे ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं। जिसकी वजह से उनके हाथ फोन्स आ रहे हैं।
ऐसे में अगर फिर से गेम फैला तो इस बार इसका शिकार हुए बच्चों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है।