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सामने आई मौत के सौदागरों की तस्वीर, जिन्होंने चीन के लैब में तैयार किया कोरोना, फिर दुनिया में फैला दिया
| Published : Apr 10 2020, 12:15 PM IST
सामने आई मौत के सौदागरों की तस्वीर, जिन्होंने चीन के लैब में तैयार किया कोरोना, फिर दुनिया में फैला दिया
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ख़ुफ़िया सूत्रों का कहना है कि चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कोरोना को तैयार किया गया था।
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वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी वुहान में बने दो प्रमुख लैब में से एक है। दूसरे लैब का नाम वुहान सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल है। ये दोनों लैब वुहान हुआन सीफूड होलसेल मार्केट के काफी नजदीक है। चीन का दावा है कि इसी मार्केट से कोरोना दुनिया में फैला।
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अमेरिका के बायोसिक्युरिटी प्रोफेसर रिचर्ड ऐबराइट के मुताबिक, उन्होंने चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में अंदर वायरस का ट्रीटमेंट करते हुए वर्कर्स को देखा है।
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लैब के अंदर वर्कर्स काफी सावधानी से काम करते हैं। वो काफी सुरक्षित सूट पहनकर ही अंदर जाते हैं।
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साथ ही यहां ऐसे कई कमरे हैं, जहां जाने के लिए हाई सिक्युरिटी से गुजरना पड़ता है।
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लैब में बन रहे वायरस कॉन्फिडेंशियल होते हैं। ऐसे में यहां कोरोना बनाया गया है तो ये गलती से बाहर नहीं फैला है।
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चूंकि वर्कर्स काफी सुरक्षित सूट पहनते। हैं ऐसे में इसकी संभावना है ही नहीं कि किसी वर्कर से ये वायरस आम आदमी तक पहुंचा होगा।
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चीन ने वायरस तैयार कर जानते हुए इसे बाहर फैलाया। पिछले हफ्ते ही यूके ने इस बात का खुलासा किया कि वो अभी भी इस बात को मान रहे हैं कि कोरोना जानवरों से इंसानों में फैला। लेकिन लैब में तैयार किये जाने की बात से भी वो इंकार नहीं कर रहे।
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कोरोना को लैब में तैयार किये जाने की बात से चीन ने शुरू से इंकार किया है। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में काम करने वाले रिसर्चर्स यहां चमगादड़ के कई स्पीसीज पर काम कर रहे।
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ज़होउ पेंग नाम की रिसर्चर के मुताबिक़, चमगादड़ के शरीर में कई तरह के जानलेवा वायरस होते हैं। लेकिन ये वायरस उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाते। एक बार ये वायरस इंसान के शरीर में पहुँचता है तो इंसानों के लिए जानलेवा हो जाता है।
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ऐसे में इस लैब में इन वायरस का तोड़ बनाया जा रहा है। अगर इसमें सफलता मिल जाती है तो कोरोना का इलाज मिल जाएगा।
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वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को चीन के सबसे एडवांस लैब में गिना जाता है। इसे बनाने में 15 साल का समय लगा। चीन ने इसपर अरबों रुपए खर्च किये।
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इन लैब्स में सेफ्टी का काफी ध्यान रखा जाता है। खुद यहां जाने वाले रिसर्चर्स काफी सुरक्षित सूट पहनकर ही अंदर जाते हैं।
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ऐसे में जरा सोचिये कोरोना काफी खतरनाक वायरस था। जिसे चीन ने जानते हुए दुनिया में फैला दिया।
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फिलहाल कोरोना से दुनिया में 16 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। साथ ही इससे मरने वालों का आंकड़ा जल्द ही एक लाख पार कर जाएगा।