इस पाकिस्तानी को है कोरोना की सारी जानकारी, कहा- मुझे मालूम है आखिर कैसे फैला ये वायरस
हटके डेस्क। कोरोना वायरस की महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। दुनिया भर में इससे 34 लाख, 84 हजार, 176 हो गई है। इससे अब तक 2 लाख 44 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान में इसके 19,103 मामले सामने आ चुके हैं और 440 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी बीच, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के पूर्व सीनेटर फैसल रजा आबिदी ने कोरोना वायरस को लेकर एक अजीब ही बयान दिया है। फैसल रजा आबिदी अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। पहले भी उन्होंने कोरोना को लेकर पाकिस्तानी मीडिया पर जोरदार हमला किया था और कहा था कि वह कोरोना को लेकर लोगों को गुमराह कर रहा है। इसे पाकिस्तान के लोगों ने काफी पसंद भी किया था। अब फैसल रजा आबिदी ने दावा किया है कि कोरोना वायरस ह्यूमन मेड है। भूलना नहीं होगा कि अमेरिका के प्रेसिडेंट ट्रम्प सहित कई लोगों का मानना है कि कोराना वायरस को चीन ने अपने लैब में बनाया।
फैसल रजा आबिदी ने एक लाइव टॉक शो में कहा कि कोरोना वायरस एक साजिश के तहत विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बिना किसी हथियार का इस्तेमाल किए छेड़ा गया वर्ल्ड वॉर है। आबिदी ने यह दावा किया है कि यह वायरस चीन के वुहान से जानबूझ कर पूरी दुनिया में फैलाई गया। आबिदी ने कहा कि इसकी शुरुआत नवंबर, 2019 में हुई और पहली बार इसे जनवरी, 2020 में डायग्नोज किया गया। फरवरी में इसे कोविड-19 नाम दिया गया। आबिदी ने कहा कि जब लोग इसके बारे में नहीं जानते थे, तब वुहान से बाहर लोगों का आना-जाना जारी था, लेकिन यह वायरस सहर से बाहर नहीं आया। इससे यह साफ है कि यह वायरस अपने आप नहीं फैल सकता था, इसे जानबूझ कर दुनिया के ताकतवर देशों ने फैलाया है।
आबिदी ने कोरोना वायरस को बिना बुलेट का एक वॉर बताया। उन्होंने कहा कि यह एक वर्ल्ड वॉर है, जिसमें बुलेट और हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब इसका अंत होगा तो 30 से 35 देश दुनिया के नक्शे से खत्म हो जाएंगे। ऐसा आर्थिक संकट की वजह से होगा। उन्होंने कहा कि मीडिया कोरोना वायरस से जुड़ी सच्चाई को छुपा रहा है और तस्वीर का सिर्फ एक पहलू सामने रख रहा है। देखें पाकितान में कोरोना वायरस से जुड़ी तस्वीरें।
- FB
- TW
- Linkdin
पाकिस्तान में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। कोरोना वायरस की बीमारी से मौत का शिकार हुए एक शख्स को ताबूत में ले जाते लोग। सबों ने सुरक्षा के लिए खास पोशाक पहन रखे हैं और मास्क भी लगा रखा है।
एक बुजुर्ग शख्स की जांच कर रहे हेल्थ वर्कर्स।
हेल्थ वर्कर सड़कों पर आने-जाने वाले लोगों की कोरोना जांच कर रहे हैं।
पाकिस्तान में अब लॉकडाउन में कुछ छूट दी गई है, ताकि छोटा-मोटा धंधा करने वाले लोग अपना कामकाज कर सकें।
कोरोना वायरस फैलने के बाद वॉलन्टियरी ऑर्गनाइजेशन के लोगों मदद का काम शुरू किया।
पाकिस्तान के हॉस्पिटल में कोरोना से संबंधित जांच रिपोर्ट देखते डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ।
एक मस्जिद में इबादत के लिए खड़े लोग। लॉकडाउन के दौरान भी पाकिस्तान के ज्यादातर लोग नमाज पढ़ने के लिए मस्जिदों में जाते रहे।
पाकिस्तान में कोरोना फैलने के बाद भी धार्मिक समूहों ने अपनी गतिविधियां बंद नहीं की। इससे यह बीमारी और भी फैली।
पाकिस्तान में लॉकडाउन लग जाने के बाद रोज कमाने-खाने वालों की हालत खराब हो गई। इनके लिए कोई काम नहीं रह गया।
कोरोना वायरस से संक्रमित हो मौत का शिकार हुए एक व्यक्ति के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा है।
कुछ लोगों का कहना है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस की महामारी को गंभीरता से नहीं लिया। इससे वहां हालात ज्यादा खराब हुए।