ये 10 मजेदार PHOTOS देखकर आपको हंसी न आ जाए, तो कहना
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मोबाइल युग में ऐसा संभव है। आप भी सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल देखते हैं। जब तक सो नहीं जाते, तब तक मोबाइल चेक करते रहते हैं। जैसे किसी बच्चे का डायपर चेक किया जाता है।
कोरोना के बाद बर्ड फ्लू ने नाक में दम कर रखा है। लेकिन उम्मीद है कि जैसे वैक्सीन आने से कोरोना भागेगा, वैसे ही बर्ड फ्लू भी नौ दो ग्यारह होगा।
इतनी अंग्रेजी तो अनपढ़ों को भी आती है। बिना कुछ लिखे-कहे सिर्फ अंग्रेजी लिखा देखकर आप भी समझ सकते हैं कि इशारा किस ओर है।
इलेक्शन से पहले सब एक घाट पर पानी पीते हैं। लेकिन इलेक्शन के बाद जनता खतरों के बीच जिंदगी गुजारती है।
बिल्ली मौसी को छोड़िए..आदमी भी अकसर फालूत टाइम में ऐसे ही जतन करता है कि कब कोई मिले और उसे पका सकें।
प्रेमियों को अकसर ऐसी परिस्थति से गुजरना पड़ता है। भले परिजन राजी हो जाएं, लेकिन पहले तो धुकुर-पुकुर मची रहती है।
कोई भी काम शुरू करने से पहले पूजा-पाठ होती है। लेकिन इस अंग्रेजी को सीखने से पहले यह सब कौन करता है भला?
अगर श्रीमतीजी ने कमिटमेंट किया है, तो भरोसा रखें। लेकिन अगर कोई पत्नी ऐसा करती है, तो नाक बची कहां?
भाई ऐसी भी क्या ठंडी कि सामने वाले का पसीना छूट जाए। सिर पर टोपी पहनी जा सकती थी, जैकेट में सिर घुसाने की क्या जरूरती थी?
बंगाल में होने जा रहे इलेक्शन पर सभी पार्टियों की नजर है। लेकिन गुजरातियों की नजर तो कब से बनी हुई है।