1 या 2 नहीं, आज तक 5 बार मर चुकी है ये महिला, दर्दनाक हादसे में यूं पिघल गई थी पूरी छाती
हटके डेस्क: मौत को चकमा देना काफी मुश्किल काम है। यमराज को एक बार धोखा देना ही बड़ी बात हो जाती है लेकिन आज हम जिस महिला के बारे में बात करने जा रहे हैं वो एक-दो बार नहीं, बल्कि मौत को पांच बार चकमा दे चुकी है। 36 साल की एमिली एसेर ने मौत को पांच बार धोखा दिया। घर के गार्डन में काम करते हुए एक हादसे का शिकार हुई एमिली का कहना है कि इन अनुभवों ने उसे और मजबूत कर दिया है। जिस हादसे ने एमिली को मजबूत बनाया उसने उसकी बॉडी पर ऐसे घाव दिए हैं जिसे देख पाना भी मुश्किल है। लेकिन एमिली अब इन निशानों को अपनी जिंदगी की जीत बताती है। इस हादसे में एमिली के गर्दन के नीचे का पूरा हिस्सा और उसकी छाती पिघल गई थी। इसमें एमिली 35 प्रतिशत जल गई थी। लेकिन आज ये महिला लोगों के साथ अपने अनुभव को साझा कर उनमें जिंदगी जीने की हिम्मत जगा रही है। आइये आपको बताते हैं इस मजबूत महिला की कहानी, जिसमें उसने लोगों को बताया कि कैसे उसने पांच बार मौत को चकमा दिया...
| Published : Nov 06 2020, 12:56 PM IST
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36 साल की एमिली के साथ मार्च 2017 में एक दर्दनाक हादसा हुआ था। इसमें उसकी बॉडी का 35 प्रतिशत हिस्सा जल गया था। थर्ड डिग्री बर्न के साथ उसे अस्पताल में एडमिट करवाया गया था।
इंडियाना में रहने वाली एमिली पहले एक हेयर स्टाइलिस्ट थी। साथ ही वो लोगों का मेकअप भी करती थी। लेकिन इस हादसे ने उसे तोड़ दिया। उसे दुबारा से चलना, बोलना और खाना सीखना पड़ा।
गार्डन में काम करते हुए गैस कैन के विस्फोट में उसकी हालत खराब कर दी। हादसे के चार महीने तक वो अस्पताल में भर्ती थी। जहां उसकी बॉडी 35 सर्जरीज़ से गुजरी। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी।
जब एमिली को अस्पताल ले जाया गया तब उसकी गर्दन के नीचे का सारा हिस्सा पिघल गया था। उसकी छाती पिघल गई थी। डॉक्टर्स को उसकी पूरी छाती निकालनी पड़ गई।
घटना के बारे में एमिली ने बताया कि वो गार्डन में आग जल रही थी। जब वो बुझने लगी तो उसे दुबारा जलाने के लिए एमिली ने गैस कैन खोला था। तभी ये हादसा हो गया।
हादसे के बाद एमिली को अस्पताल में एडमिट करवाया गया जहां ऐसे पांच मौके आए जब डॉक्टरों ने एमिली की सांसें खो ही दी थी। लेकिन एमिली ने हर बार मौत को चकमा दे दिया।
हादसे के इतने समय के बाद अब एमिली अपनी जिंदगी खुलकर जी रही है। उनके पास दो पालतू कुत्ते हैं, जिनके साथ खेलते हुए एमिली का समय बीत जाता है। वो बाहर घूमना और मस्ती करना पसंद करती है।
अपनी मौत के नजदीकी अनुभव के बारे में एमिली कहती है कि इस हादसे ने उसे मजबूत बनाया है। वो अब अपनी जिंदगी को यूं ही नहीं लेती। हर एक मोमेंट को खुलकर जीने में विश्वास करती है क्यूंकि मौत कब कहां से शिकार करने आ जाए कहा नहीं जा सकता।