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Kabul Bomb Blast: जो दूसरों को देता था खौफनाक मौत, उस तालिबान कमांडर को आतंकी संगठन ISIS-K ने बम से उड़ा दिया
काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एक सैन्य अस्पताल में 2 नवंबर को हुए बम धमाके (Bomb Blast) में तालिबान का खूंखार कमांडर मुल्ला अहम्दुल्लाह मुखलेस (Mullah Ahmdullah Mukhles) के मारे जाने की भी खबर सामने आई है। twitter पर उसके मारे जाने के बाद की तस्वीर सामने आई है। मुखलेस तालिबान के उन कमांडर में शामिल था, जिसने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है। इस हमले में 25 से अधिक लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मिलिट्री हॉस्पिटल के पास हुए इस फिदायीन हमले के बाद तालिबानी लड़ाकों ने 4 हमलावरों को मार गिराने का दावा किया है। 2 लोग पकड़े भी गए हैं।
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न्यूज एजेंसी AFP के अनुसार, मिलिट्री हॉस्पिटल के पास हुए इस फिदायीन हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS-K ने ली है। यह तस्वीर मुल्ला अहम्दुल्लाह मुखलेस (Mullah Ahmdullah Mukhles) की तब की है, जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा किया था।
बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद से इस्लामिक स्टेट के हमले बढ़ गए हैं। तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने एसोसिएटेड प्रेस (AP) को बताया कि काबुल में सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के बाहर आम लोगों को निशाना बनाकर दो ब्लास्ट किए गए। इसके बाद गोलियां भी चलाई गईं।
बिलाल करीमी के मुताबिक, सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल में 400 बिस्तर हैं। ब्लास्ट हॉस्पिटल के एंट्री गेट पर हुए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ISIS-K के कुछ आतंकवादी अस्पताल में घुस आए थे और फिर हमला किया।
बता दें कि सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल अफगानिस्तान का सबसे बड़ा मिलिट्री हॉस्पिटल है। यह काबुल के मध्य में स्थित है। ब्लास्ट के बाद दूर तक धमाके सुनाई दिए।
तालिबान ने हमलावरों को मौके पर ही घेर लिया था। इसमें 4 लोग मारे गए, जबकि 2 लोगों को जिंदा पकड़ लिया गया। ये लोग पूरी तैयारी के साथ हमला करने आए थे।
पाकिस्तान सहित तमाम देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से आतंकवाद तेजी से अपने पैर पसार रहा है।
इस अस्पताल से पहले 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम धमाके में 169 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें 13 अमेरिकी सैनिक भी थे। जबकि 182 से अधिक लोग घायल हुए थे।
(मिलिट्री हॉस्पिटल के बाहर हुए धमाके के बाद की तस्वीर)
ISIS-K ने कुछ दिन पहले कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान एक शिया मस्जिद पर हमला किया था। इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। अफगानिस्तान में ISIS-K के हमले बढ़ते जा रहे हैं।
(मिलिट्री हॉस्पिटल के बाहर हुए धमाके के बाद की तस्वीर)