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मगरमच्छ को मारना हो या सांप को खा ना जाना, बेयर ने इसके लिए ली है खास ट्रेनिंग, रीढ़ की हड्डी भी टूट गई थी
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बेयर 80 के दशक में लंदन के 'कब स्काउट्स' में शामिल हो गए थे। इस स्काउट्स में शामिल होने से पहले ही उन्होंने उनके पिता (दिवंगत) से पर्वतारोही और नाविक की ट्रेनिंग ली थी। उनके पिता मिकी ग्रिल्स लंदन में राजनेता और पूर्व रॉयल मरीन के कमांडो थे।
बेयर ने साल 1984 में ईटन कॉलेज में दाखिला लिया था जहां उन्होंने अपने पर्वतारोहण और मार्शल आर्ट सीखने के जुनून को विकसित किया। उन्होंने पर्वतों की चढ़ाई के साथ शॉटोकन कराटे में डैन ब्लैक बेल्ट हासिल किया था जो उस समय लंदन में सबसे कम उम्र के युवा के नाम पर खिताब था।
लंबे परिश्रम के बाद 1987 में बेयर का चयन वायुसेना के 'यूके स्पेशल फोर्स रिजर्व' की 21 वीं रेजिमेंट एसएएस (SAS) में ट्रोपर के रूप में हुआ। यहां उन्होंने तीन साल तक काम किया।
साल 1996 बेयर के लिए सबसे ख़राब समय रहा। एक सैन्य ऑपरेशन के दौरान जब उन्हें दक्षिण अफ्रीका भेजा गया। तब दक्षिण अफ्रीका में एक पैराशूट दुर्घटना में उसकी रीढ़ की हड्डी तीन जगह से टूट गई थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने कहा था कि अब बेयर फिर कभी नहीं चल पाएगा। लेकिन उनकी हिम्मत ने डॉक्टरों की इन बातों को गलत साबित कर दिया। उन्होंने उसी साल ठीक होने के बाद विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया जो नेपाल में है। इस पर उनकी एक किताब भी छ्प चुकी है जिसका नाम है - 'द कीड हू क्लाइंब एवरेस्ट'।
साल 2000 में उन्होंने शारा नाम की लड़की से शादी कर ली और अब बेयर 3 बच्चों के पिता हैं।
उन्होंने अपने बेस्ट फ्रेंड चार्ली मैकेसी के साथ थेम्स नदी में नाव चलाकर फंड इकट्टा किया, जिससे वे अपने उस दोस्त की मदद करना चाहते थे जिसने पर्वतारोहण के दौरान अपने पैर गवा दिए थे।
एक साल बाद साल 2005 में उनके लिए दुख की घड़ी आई जब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। बेयर के मुताबिक, वे परिवार में सबसे ज्यादा अपने पिता के करीब थे।
साल 2003 में रॉयल नेवी की मदद से उन्होंने अपने मित्र के साथ एक खुली नाव में आर्कटिक महासागर की 1900 मील की यात्रा पूरी की।
साल 2005 में उन्हें लंदन सरकार द्वारा नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर के रूप में सम्मानित किया गया था। इसी साल बेयर विश्व के सबसे बड़े रेगिस्तान सहारा रेगिस्तान में ट्रेनिंग के दौरान टीवी पर नजर आए थे।
एक साल बाद साल 2006 में ही उन्हें डिस्कवरी चैनल ने 'मैन वर्सस वाइल्ड' कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया, जिसमें वे दुनिया के सबसे खतरनाक इलाकों से जान बचाने के तरीकों को बताया। यहां से बेयर को दुनिया में पहचान मिली, जिसके बाद उन्होंने इस कार्यक्रम के कुल 7 सीजन पूरे किए।
साल 2007 में उन्होंने माइनस 60 डिग्री तापमान के बीच विश्व की सबसे ऊंची चोटी (माउंट एवरेस्ट) के ऊपर करीब 30 हजार फीट की ऊंचाई से फ्लाइंग कर एक नया रिकार्ड अपने नाम किया।
साल 2012 में बेयर ने 'सर्वाइवल अकादमी' की शुरुआत की। मैन वर्सस वाइल्ड की 7 सीरीज के बाद उनके कार्यक्रमों की कईं सीरीज आई।
साल 2013 में उन्हें फिर से लंदन सरकार द्वारा एक सम्मानीय पद से सम्मानित किया गया जिसे लंदन में 'रॉयल मरीन कमांडो' कहा जाता है।
साल 2014 में बेयर को जगुआर लैंड रोवर (कार कंपनी) ने उसका वैश्विक एंबेसडर बना दिया। जिसके बाद बेयर ने अपने कईं कार्यक्रमों में इस कंपनी की कारों का इस्तेमाल किया।
साल 2015 में उन्होंने अलास्का के जंगलों में अमेरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ एक कार्यक्रम किया जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई। इसके बाद कईं अख़बारों और मैग्जीन्स ने उन्हें अपने कवर पेज पर जगह दी।