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4 साल की उम्र थी बिछड़कर पाकिस्तान में छूट गईं, 72 साल बाद अपने सरदार भाई से यूं मिलीं शकीना

नई दिल्ली. देश की सरहद के उस पार पाकिस्तान देश में भी जिंदगियां बसती हैं, कई खानदान ऐसे भी हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं। ऐसे ही एक बूढ़े भाई-बहन करीब 72 साल बाद एक दूसरे से सोशल मीडिया के जरिए मिले हैं। फेसबुक ने चार साल की उम्र में 1947 के बंटवारे में बिछड़ी अपनी बहन से भाई को मिलवा दिया। इसमें सरकार, नेता और किसी तीसरे शख्स का कोई दखल नहीं है। बरसों बाद भारत के राजस्थान में रहा भाई और पाकिस्तान के रावलपिंडी में रह रही बहन एक-दूसरे को देख रो पड़े। किसी की भी आंखों में आंसू ला देने वाली ये कहानी अब वायरल हो रही है। आइए हम आपको बताते हैं कि ये मामला कैसे सामने आया.......

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Asianet News Hindi
Published : Dec 08 2019, 06:27 PM IST| Updated : Dec 08 2019, 07:13 PM IST
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सोशल मीडिया के कई रूप हैं लोग आलोचना भी करते हैं और सराहना भी। जम्मू कश्मीर के पुंछ की रहने वाली रोमी शर्मा एक फेसबुक पेज 'अपना पुंछी परिवार' चलाती हैं। उन्होंने ठानी है कि वह 1947 में हुए भारत-पाक बंटवारे के समय बिछड़े परिवारों को मिलवाएंगी। अब तक वह 15 परिवारों को मिलवा चुकी हैं।
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व्हैट्सएप पर शेयर किया वीडियो- रोमी को अपने ग्रुप में व्टैह्सएप पर एक वीडियो मिला जिसमें राजस्थान के श्रीगंगानगर में रहने वाले रणजीत सिंह ने अपनी कहानी शेयर की। उन्होंने बताया कि उनके दादा लम्बरदार जम्मू-कश्मीर के पुंछ में रहते थे, तब बंटवारे में उनका घर छूट गया और दंगे और गदर में हमारी छोटी बहन बिछड़ गई। हम उसे भुज्जो-भुज्जो बुलाते थे। आखिरी सांस तक मां-बाप बहन को याद करते रहे, ढूंढ़ते रहे। रोमी जब वीडियो देख रही थीं तो पास खड़े एक शख्स जुबैर ने उनसे कहा कि ये तो जमशेद की मां हैं।
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भुज्जों अब शकीना हो गई हैं- रोमी ने जुबैर भाई के कहने पर वीडियो पाकिस्तान भेजा और भुज्जों को ढूंढ़ा गया। उन्होंने बताया कि मुझे बस इतना याद है कि, मेरे दादा का नाम लंबरदार है, मेरा असली परिवार 1947 में बिछड़ गया था। अब मुझे अपने मां-बाप की शक्ले याद थीं भाई का वीडियो देख मुझे बहुत खुशी हुई।
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वीडियो पर एक दूसरे को देख रोए भाई-बहन- दोनों को कॉन्फ्रेसिंग कॉल के जरिए मिलवाया गया। तो भाई अपनी बहन को देख रो पड़ा क्योंकि उन्हें सब याद था। वो बड़े थे वो बोलें कि बहन बिल्कुल ह-ब-हू मां जैसी दिखने लगी है। अब बस रियल लाइफ में मिलकर उसे गले लगाना है। उधर बहन ने बताया कि मेरा नाम भुज्जों नहीं अब शकीना है। उनका एक बेटा है जमशेद जिसके दोस्त ने वो वीडियो देखकर उनतक पहुंचाया था। दोनों भाई बहन ने एक-दूसरे से मिलने की इच्छा जाहिर की।

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