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समुद्र में दर दर भटक रहे 14 दिन से 2 हजार लोग, कोरोना की वजह से पनाह देने को तैयार नहीं कोई देश
बीजिंग. चीन में कोरोना वायरस से फैली माहामारी का डर दुनिया के सभी देशों में फैल रहा है। इधर जापान में एक जहाज समंदर के बीचेबीच फंसा हुआ है जिसमें लगभग 2,257 यात्री सवार हैं। इस जहाज पर एक व्यक्ति के कोरोना से पीड़ित होने की खबर मिली तो अब इसे वहीं रोक दिया गया। इस जहाज को जपान की सरकार तो क्या कोई भी देश पनाह देने को तैयार नहीं है। अब थाईलैंड की सरकार ने भी इस जहाज को ठहराने के लिए मना कर दिया है। 138 भारतीयों सहित 2,257 यात्रियों से भरा ये जहाज दर-दर भटक रहा है।
| Published : Feb 13 2020, 12:30 PM IST
समुद्र में दर दर भटक रहे 14 दिन से 2 हजार लोग, कोरोना की वजह से पनाह देने को तैयार नहीं कोई देश
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जकार्ता न्यूज के मुताबिक, डाइमंड प्रिंसेज एक लग्जरी क्रूज है जिस पर दुनिया भर के अमीर लोग छुट्टियां मनाने निकले थे। मस्ती और अय्याशी का पूरा माहौल था लेकिन इस बीच चीन में कोरोना का जहर फैल गया। कोरोना का खौफ ऐसा है कि इस क्रूज को कोई देश अपने इलाके में घुसने नहीं दे रहा। अब तक पांच देश इसे अपने देश में पनाह देने को मना कर चुके हैं।
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जहाज को समुद्र में फंसे हुए लगभग दो हफ्ते बीत चुके हैं। फंसे हुए लोग लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं, अमेरिका लाइन क्रूज के इस लग्जरी जहाज को अपने बंदरगाहों से दूर करने के लिए थाईलैंड ने भी फरमान जारी कर दिया है। थाईलैंड ने शिप को पनाह देने से मना कर कोरोना के प्रकोप पर चिंता जाहिर की।
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दरअसल जापान के योकोहामा में ये क्रूज काफी समय से खड़ा है। इसमें कोरोना से पीड़ित मरीज भरे हुए हैं। हालांकि जहाज से जुड़े अधिकारियों ने कोरोना पीड़ित यात्रियों की बात को खारिज किया है। उनका कहना है कि, जहाज पर एक भी यात्री कोरोना से पीड़ित नहीं है। थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री अनुतिन ने मंगलवार को एक फेसबुक पोस्ट में घोषणा की। उन्होंने वेस्टअर्डम में रहने वाले टूरिस्ट के बीच कोरोनोवायरस के संक्रमण के फैलने के डर से बैंकॉक के पास एक बंदरगाह में जहाज को एंट्री न लेने निर्देश दिया।
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जहाज को कम से कम तीन अन्य बंदरगाहों द्वारा प्रवेश से मना कर दिया गया है। गुआम, मनीला और योकोहामा ने इसे वायरस के डर से रोक दिया है। चीन में कोरोना वायरस से अब तक 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दो हफ्ते पहले कोरोना की भनक लगते ही इस जहाज को जापान सरकार ने वहीं रोक दिया था। डायमंड प्रिंसेज नाम के इस शिप पर अब जापान सरकार ने सेना भेज रेस्क्यू करने को बात कही।
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योकोहामा पोर्ट के पास यह जहाज पिछले 14 दिनों से खड़ा है। हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि, चीन के बाद कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमित रोगी इसी जहाज पर हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस जहाज पर कुल 3,700 यात्री सवार हैं जिनमें से 138 भारतीय हैं। इनमें 6 यात्री और 132 स्टाफ भारतीय नागरिक हैं। हॉन्ग कॉन्ग में इस जहाज पर मौजूद एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता चला था। जिसके बाद इस जहाज को जापान में रोक दिया गया था।
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आपको बता दें कि ये एक लग्जरी क्रूज है जिसमें करोड़ों की संपत्ति रखने वाले हाई-प्रोफाइल यात्री सवार हैं। ये सभी छुट्टियां मनाने निकले थे लेकिन इस बीच कोरोना वायरस की महामारी के चलते ये सब फंस गए। मस्ती-मजा का सारा माहौल किरकिरा हो चुका है। जहाज में एक यात्री को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया जिसके बाद ये दूसरे यात्रियों में भी फैल गया। महामारी की तरह फैल रहे वायरस से बचाव के लिए जापानी सरकार ने शिप को बीच समंदर में रोक दिया और अब कोई भी देश
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2 नए संक्रमित मामलों की पुष्टि होने के बाद अब जहाज पर कोरोना के रोगियों का आंकड़ा 63 पहुंच गया है लेकिन इनमें कोई भी भारतीय नहीं है। स्टाफ के एक सदस्य ने बातचीत में बताया कि डायमंड प्रिंसेज पर लोगों को निकालने के लिए या फिर चीजों को मैनेज करने के लिए सेना को बुलाया गया है।
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जहाज के क्रू स्टाफ ने बताया, 'सेना को जहाज पर चीजें मैनेज करने और सेफ्टी प्रोटोकॉल फॉलो कराने के लिए बुलाया गया है।' बता दें कि शनिवार को जहाज पर सवाल एक और भारतीय ने उन्हें वहां से निकाले जाने की अपील की थी। जहाज पर स्टीवर्ड के तौर पर तैनात एक 26 वर्षीय कर्मचारी ने कर्नाटक में अपने परिवार को फोन कर उनसे सरकार की मदद लेने को कहा था। हालांकि हॉलैंड अमेरिका लाइन ब्लॉग पोस्ट के अनुसार जहाज में यात्रियों के लिए पर्याप्त ईंधन और खाने-पीने का प्रावधान हैं।