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चीन में कोरोना से 131 की मौत, 17 देशों में पहुंचा वायरस, जानें कितनी खतरनाक है यह बीमारी
| Published : Jan 29 2020, 01:14 PM IST / Updated: Jan 29 2020, 01:56 PM IST
चीन में कोरोना से 131 की मौत, 17 देशों में पहुंचा वायरस, जानें कितनी खतरनाक है यह बीमारी
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चीन की केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कोरोना वायरस के 5947 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि बुधवार को 1400 लोगों में इस वायरस का संक्रमण पाया गया है। बता दें कि जापान ने अपने 200 नागरिकों को शहर से एयरलिफ्ट किया और अमेरिका ने लगभग 240 अमेरिकियों को हवाई मार्ग से बाहर निकाल लिया है। वहीं, भारत सरकार ने भी अपने लोगों को वहां से निकालने की बात कही है। बता दें कि कोरोना वायरस का केंद्र चीन का शहर वुहान ही है।
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दरअसल, कोरोना वायरस की वजह से वुहान और उसके आसपास के इलाकों में करीब 50 मिलियन लोगों को लॉक डाउन करके रखा गया है। अगले आदेश तक बिना किसी आवश्यक कार्य के और अनुमति के वे शहर से बाहर नहीं जा सकते।चीनी सरकार ने पहले ही वुहान और हुबेई प्रांत के अन्य शहरों में आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगा दी है।
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भारत में 16 लोग संक्रमितः चीन में रहे भारतीयों में से 16 भारतीयों में कोरोना वायरस का लक्षण पाया गया है। ये सभी भारतीय चीन से भारत वापस आ गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जिसमें सबसे ज्यादा 6 लोग पंजाब के हैं। जबकि 5 लोग हरियाणा में संक्रमित है। इस तरह से भारत के कई राज्यों में कुल 16 लोग इस बीमारी के चपेट में हैं।
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दुनिया के इन देशों में भी प्रभावः कोरोना वायरस से एक ओर जहां चीन प्रभावित है। वहीं, दुनिया के कई देश भी इससे बूरी तरह से प्रभावित है। जिसमें यूनाइटेड स्टेट में 5, थाईलैंड में 14, ऑस्ट्रेलिया में 5, सिंगापुर में 7, साउथ कोरिया में 4, जापान में 6, मलेशिया में 4, फ्रांस में 3, ताईवान में 3, वियतनाम में 2, कनाडा में 2, जर्मनी में 1, नेपाल में 1 कमबोडिया में 1 और श्रीलंका में 1 मरीज कनाडा वायरस से प्रभावित पाए गए है।
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विशेषज्ञों की टीम कर रही निगरानीः स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक 10 से 14 दिनों तक इसके संदिग्ध मरीज की निगरानी की जा रही है। इस अवधी के बाद भी जिन लोगों की तबियत में सुधार नहीं होता उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों को संक्रामक रोग विशेषज्ञों के साथ-साथ गंभीर मामलों के उपचार के लिए विशेषज्ञों को लगाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा रोगियों को बचाया जा सके।
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क्या है कोरोना वायरसः एक वायरस का ऐसा समूह है जो पक्षियों, स्तनधारी पशुओं और इंसानों में कई तरह की बीमारियां पैदा कर सकता है। इसका नाम कोरोना वायरस इसलिए रखा गया, क्योंकि इसको इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखने पर इसकी सतह कुछ ऐसी दिखाई देती है जैसा कि हमारे सूर्य के चारों तरफ का चमकदार कोरोना हो। ऐसा नहीं है कि इस वायरस के समूह को अभी खोजा गया है, बल्कि हमें इसके बारे में बहुत पहले से पता है। इस समूह के कुछ वायरस बहुत ज्यादा हानिकारक नहीं हैं। बहुत बार मौसम बदलते समय जो हमें जुखाम, नाक बहना, गला खराब होना या बुखार, इस तरह की छोटी-मोटी दिक्कतें आती हैं उनमें से बहुत-सी इसी वायरस की वजह से हो सकती हैं। लेकिन कुछ कोरोना वायरस बड़े घातक हैं और उनके संक्रमण से इंसान की मृत्यु तक हो सकती है।
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कोरोना वायरस के लक्षण? कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जो आम सर्दी से लेकर तीव्र श्वसन सिंड्रोम तक की बीमारियों का कारण बनता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोन वायरस वायरस के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस की तकलीफ और सांस लेने में तकलीफ जैसे श्वसन लक्षण शामिल हैं। हालांकि इसके बढ़ते प्रकोप का कारण कुछ पता नहीं चल पाया है। इसके मुख्य स्रोत का पता लगाया जा रहा है।
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बचाव के लिए क्या करेंः वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में प्रिवेंटिव मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. विलियम शेफनर के मुताबिक चीन जाने वाले लोगों को उन बाजारों से दूर रहना चाहिए, जिंदा जीव बेचे जाते हैं। इसके साथ ही डब्लूएचओ ने भी कहा है कि बचाव के लिए हाथ को पूरे समय साफ रखे। इसके साथ ही कोई खांस या छींक रहा हो तो उसके आस-पास जाने से बचे। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।