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ये गजब है: इंडोनेशिया में हिंदू भगवान गरुण की शरण में G20 Summit, जानिए क्यों चुना गया GWK पार्क?
बाली(Bali-Indonesia). यह वाकई दुनिया को चकित करने वाली खबर हो सकती है कि इंडोनेशिया में हो रहे 17वें समूह 20 (जी20) शिखर सम्मेलन(G20-Summit) के लिए जिन आयोजन स्थलों को सिलेक्ट किया गया, उनमें एक बाली स्थित गरुण विष्णु केनकाना पार्क(Garuda Wisnu Kencana-GWK-park) भी है। इंडोनेशिया की कुल आबादी का 2 प्रतिशत हिंदू हैं। लेकिन ताज्जुब होगा कि बाली द्वीप पर यह जनसंख्या 90 प्रतिशत है। बता दें कि गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा जाता है। भगवान गरुड़ को विनायक, गरुत्मत्, तार्क्ष्य, वैनतेय, नागान्तक, विष्णुरथ, खगेश्वर, सुपर्ण और पन्नगाशन नाम से भी जाना जाता है। गरुड़ को हिन्दू धर्म के साथ ही बौद्ध धर्म में भी महत्वपूर्ण पक्षी माना गया है। बौद्ध ग्रंथों में इन्हें सुपर्ण (अच्छे पंख वाला) कहा जाता है। आइए जानते हैं गरुण पार्क के बारे में....
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गरुड़ विष्णु केनकाना (GWK) पार्क को इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको जोकोवी विडोडो( President Joko Jokowi Widodo) ने 15-16 नवंबर तक G20 शिखर सम्मेलन के लिए खासतौर पर चुना है। पहले दिन पार्क के लोटस पॉन्ड एरिया में मेहमानों के स्वागत में डिनर का इंतजाम किया गया। इसका एक मकसद अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के बीच पार्क की पारंपरिक सुंदरता की लोकप्रियता बढ़ेगी।
गरुड़ विष्णु केनकाना (GWK) पार्क में जून से ही शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियां चल रही थीं। लोटस पॉन्ड में 7,500 से अधिक लोगों की क्षमता वाला GWK का सबसे बड़ा आउटडोर लैंडमार्क है। GWK के ऑपरेशनल डायरेक्टर स्टेफनस योनाथन अस्तायसा( Stefanus Yonathan Astayasa) के मुताबिक, करीब 300-400 मेहमानों के डिनर का यहां इंतजाम किया गया। जबकि शेष प्रतिनिधि जेंडेला बाली रेस्तरां में डिनर का आनंद लेंगे।
लोटस पॉन्ड एरिया के लेफ्ट और राइट साइट चूना पत्थर की चट्टानों(imestone cliffs) की दीवार एक शानदार तस्वीर प्रस्तुत करती है। पंक्ति के आखिर में भगवान विष्णु को अपनी पीठ पर ले जाने वाली शानदार गरुड़ प्रतिमा खड़ी है। लोटस पॉन्ड के प्रवेश द्वार पर तीर्थ अगुंग पवित्र पानी ग्राउंड है।
गरुड़ विष्णु केनकाना (GWK) पार्क में नक्काशीदार रिलीफ स्लैब(carved relief slabs) विजिटर्स का वेलकम करते हैं। यह पौराणिक पक्षी गरुड़ विष्णु केनकाना(GOLD) की कहानी बताते हैं कि कैसे एक रक्षक भगवान का वफादार घोड़ा बन गया। इस बीच, विष्णु के हाथ में हमेशा मौजूद कमल सुंदरता, समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है। जबकि इसकी जड़ कीचड़ में गहरी जा सकती है। यानी मानवता की समृद्धि और पूरे ब्रह्मांड के प्रतीक के रूप में फूल गंदी गहराई के ऊपर खिलता है।
भगवान विष्णु की यह मूर्ति करीब 122 फुट ऊंची और 64 फुट चौड़ी है। इसका निर्माण तांबे और पीतल से किया गया है। इसे बनाने में 2-4 साल नहीं बल्कि करीब 26 साल का समय लगा है। साल 2018 में यह मूर्ति पूरी तरह बनकर तैयार हुई थी। अब इसे देखने और भगवान के दर्शन के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।
बता दें कि इंडोनेशिया की एयरलाइन का नाम गरुड़ा एयरलाइन है। गरुड़ यानी भगवान विष्णु की सवारी। इंडोनेशिया के बाली द्वीप में केनकाना पार्क है। इसी पार्क में गरुड़ विष्णु की 122 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के मुकाबले ये मूर्ति अधिक चौड़ी है। गरुड़ के पंख ही 60 मीटर के बनाए गए हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित दुनिया भर के नेता, 17वें समूह 20 (जी20) शिखर सम्मेलन(G20) Summit) के लिए इंडोनेशिया में एकत्रित हुए हैं। समिट बाली शहर में हो रही है। G20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर दो दिन चलेगा। मोदी के साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और G-20 शेरपा अमिताभ कांत भी मौजूद हैं।
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