रात के 9:45 बजे आग के गोले में बदल गया शहर, 900 साल बाद फूटा सालों से सोया जवालामुखी
वर्ल्ड डेस्क: आइसलैंड में ज्वालामुखी विस्फोट से तबाही मची है। आइसलैंड की राजधानी Reykjavik से मात्र 25 मील की दुरी पर फूटे ज्वालामुखी का लावा काफी दूर तक बहकर आ गया। बीते कई दिनों से इस ज्वालामुखी में हलचल थी। इसके फूटने की आशंका की वजह से शहर के कई इलाकों को खाली करवा दिया गया था। इस बीच 19 मार्च को रात के 9 बजकर 45 मिनट पर इसमें विस्फोट हो गया। इसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई, जो इसकी तबाही को साफ़ दिखा रही है। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अभी इस एरिया से दूर ही रहने को कहा है। अभी तक इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है।
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ज्वालामुखी विस्फोट के बाद पुलिस और कॉस्ट गार्ड इलाके में मुस्तैद करवा दिए गए हैं। अपनी जान जोखिम में डाल अफसर वहाँ से लोगों को दूर रखने में जुटे हुए हैं।
बीते 900 सालों से ये ज्वालामुखी सुप्त पड़ा था। अब जाकर इसमें विस्फोट हुआ है। लेकिन अन्य ज्वालामुखी की तरह इसमें से राख का गुब्बारा नहीं निकला। इससे सीधे लावा बह निकला।
ज्वालामुखी विस्फोट के बाद बहते लावे ने शहर को कुछ इस तरह ढँक दिया। इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक लावा पहुँच गया। रात को कुछ ऐसी तस्वीर कैद की गई।
बीते कुछ समय से ही ज्वालामुखी में विस्फोट होने की बात चल रही थी। इस वजह से शहर को खाली करवा दिया गया था। साथ ही यहां के लिए फ्लाइट भी कैंसिल करवा दिया गया था।
कोस्ट गार्ड द्वारा आसमान से कुछ ऐसी तस्वीर खींची गई। ये विस्फोट के तुरंत बाद का नजारा था।
आइसलैंड में अभी कुल 32 एक्टिव वोल्केनो हैं। जो यूरोप में किसी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है। इस देश में हर 5 साल में एक ज्वालामुखी जरूर फूटता है।
2010 में भी यहां एक ज्वालामुखी फूटा था लेकिन तब शहर राख से ढंका था। इस बार सीधे इससे लावा ही बह निकला। रात को हुए इस विस्फोट से तबाही का मंजर नजर आया।