भाई की तरह क्रूर है किम जोंग की बहन, द कोरिया को दी कार्रवाई की धमकी, बताया 'शत्रु'
प्योंगयांग. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वे अपने भाई की तरह 'सनकी' रवैए दिखाने के चलते मीडिया में छाई हैं। किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के सैन्य कार्रवाई की धमकी दी है। दक्षिण कोरिया से उत्तर कोरिया के रिश्ते लगातार खराब हो रहे हैं। वहीं, सीमा पर लगातार उत्तर कोरिया विरोधी गुब्बारे रोकने में नाकाम रहा है। ऐसे में किम यो जोंग को द कोरिया को ये धमकी दी है। आईए जानते हैं कि किम यो जोंग कौन हैं और वे उत्तर कोरिया में क्या हैसियत रखती हैं।
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किम यो जोंग ने द कोरिया को दुश्मन बताया है। जोंग ने कहा, वे अपने सैन्य अफसरों पर यह छोड़ते हैं कि दक्षिण कोरिया के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, सुप्रीम लीडर और देश की ओर से मिली हमारी पार्टी की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए मैं निर्देश देती हूं कि शत्रु के खिलाफ हथियारों के विभाग के प्रभारी जारेदार कार्रवाई करेंगे।
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच एक संपर्क कार्यालय है। यह कोरोना के चलते बंद है। इसे 2018 में किम जोंग उन और द कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई के बीच हुई वार्ता के बाद बनाया गया था। तानाशाह की बहन ने कहा, द कोरिया इस बेकार बने संपर्क कार्यालय के बंद होने का गवाह बनेगा।
इससे पहले उत्तर कोरिया विरोधी गुब्बारों पर किम यो जोंग की मांग पर द कोरिया ने ऐलान किया था कि वह इन विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए कानून बनाएगा। किम यो जोंग पहली बार चर्चा में नहीं हैं। इससे पहले हाल ही में किम जोंग की मौत की अफवाह के बाद भी वे चर्चा में आए थीं।
पिछले दिनों किम जोंग की बहन को निर्णय लेने वाली मुख्य एजेंसी में नियुक्त किया गया था। इसके बाद से ही किम यो जोंग के उत्तर कोरिया में नंबर 2 होने का अंदाजा लग गया था। इसके बाद किम यो जोंग का देश में कद बढ़ गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम यो जोंग अपने भाई किम जोंग की काफी लंबे वक्त तक करीबी सलाहकार रहीं। उन्हें एक बार फिर केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो का सदस्य चुना गया।
बहन को नियुक्त करने का फैसला किम जोंग की अध्यक्षता वाली बैठक में लिया था। हालांकि, इससे पहले किम यो जोंग को उस वक्त पद से हटा दिया गया था, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग की हनोई में हुई शिखर वार्ता नाकाम हुई थी।
लेकिन अब जब दोबारा उन्हें नियुक्त किया गया तो जानकारों का मानना है कि यह उनके कद को बढ़ा हुआ बताता है। साथ ही बीमार किम जोंग भी अपनी बहन पर भरोसा जता रहे हैं।
किम यो जोंग ने 2018 में विंटर ओलंपिक में अपने भाई की जगह उत्तर कोरिया का नेतृत्व किया था। इसके बाद से उनका कद उनकी पार्टी में और बढ़ गया था।
बताया जाता है कि किम जोंग की जो छवि आज उनके देश में या दूसरे देशों में है, उसके पीछे उनकी बहन किम यो जोंग का ही दिमाग है।
इतना ही नहीं किम जोंग भी अपनी बहन पर पूरा भरोसा करते हैं।
किम जोंग को काफी सनकी माना जाता है। उन्होंने राजद्रोह के आरोप में अपने चाचा को फांसी पर लटकवा दिया था।
पिछले दिनों उत्तर कोरिया ने लाइव फायर मिलिट्री का अभ्यास किया था। इसका दक्षिण कोरिया ने विरोध किया था। इस पर किम यो जोंग ने काफी सख्त बयान दिया था। उन्होंने कहा था, डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं।
उत्तर कोरिया मामलों के जानकार लिओनिड पेट्रोव बताते हैं कि सीमित अधिकारों वाले देश में किम यो जोंग की अपने भाई तक सीधी पहुंच है। वहीं, किम जोंग पर भी अपनी बहन का प्रभाव है।
किम यो जोंग अपने भाई की वफादार मानी जाती हैं। विदेशियों और द कोरिया से डील भी वही करती हैं। किम यो जोंग अपने भाई की छवि को सकारात्मक तौर पर पेश करने में भी जुटी रहती हैं।
किम यो जोंग 31 साल की हैं। वे अपने पिता किम जोंग इल की सबसे छोटी संतान हैं। किम जोंग उन और किम यो जोंग में बचपन से ही काफी करीबी संबंध रहा।