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यहां हर 1.5 मिनट में हो रही 1 मौत, कब्रिस्तान में जगह नहीं, कब्रों से हड्डियां निकाल दफन किए जा रहे शव
साओ पाउलो. अभी भी कोरोना वायरस का कहर कम नहीं हुआ है। अब तक दुनियाभर में इससे 4.28 लाख लोगें की मौत हो चुकी है। अमेरिका के बाद ब्राजील सबसे संक्रमित देश है। ब्राजील में हर रोज करीब 800-900 लोगों की मौत हो रही है। अब तक यहां 8 लाख केस सामने आ चुके हैं। वहीं, 41 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। यहां इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत की वजह से कब्रिस्तान में जगह कम पड़ रही है। हाल ही ये हो गया है कि यहां पहले से दफन शवों को निकालकर नए शवों को दफन किया जा रहा है।
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लोगों को दफनाने के लिए दोबारा जगह बनाई जा सके, इसलिए लिए यहां कब्रों को खोदा जा रहा है। लोगों की हड्डियों को निकालकर उन्हें भरकर मेटल के कंटेनर में भरा जा रहा है।
साओ पाउलो मुंसिपल फ्यूनरल सर्विस ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा, जिन लोगों की मौत 3 साल पहले हुई है, उनके अवशेषों को निकालकर बैग में भरा जा रहा है। सके बाद इन्हें कंटेनर में रखा जाएगा। इसके लिए 12 कंटेनर खरीदे गए हैं।
लैटिन अमेरिका में साओ पालो सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है। यहां 1.20 करोड़ की आबादी है। यहां अब तक 5480 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, स्वास्थ्य जानकारों का मानना है कि यहां आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ेगी।
साओ पालो में सभी तरह के प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। इसके चलते पब्लिक ट्रांसपोर्ट, मॉल में काफी भीड़ हो रही है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है।
कुछ जानकारों का मानना है कि ब्राजील में अगस्त में कोरोना पीक पर होगा। ब्राजील के सभी शहर कोरोना की चपेट मे हैं। ब्राजील में अब तक 42000 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मौतें इसी देश में हुई हैं।
ब्राजील की स्थिति पर WHO ने भी चिंता जताई है। क्यों कि यहां लगभग सभी आईसीयू बेड भरे हुए हैं। लेकिन यह सिर्फ एक मात्र चिंता नहीं है।
साओ पाउलो के विला फॉर्मोसा में लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है। इसमें जहां तक नजर जाती है, सिर्फ कब्रें ही नजर आती हैं। अब यहां दोबारा से कब्रों को खोदा जा रहा है।
कब्रों से अवशेषों को निकालकर नई लाश के लिए जगह बनाई जा रही है। इस कब्रिस्तान में काम करने वालों में भी डर का माहौल है। उनका कहना है कि पता नहीं आगे क्या होगा?
यहां काम करने वाले कोस्टा कहते हैं कि अब मॉल और बाजार खुल गए हैं। इससे चिंता और बढ़ गई है। यहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं और लोग इसके बारे में जागरूक नहीं हो रहे हैं।
विला फॉर्मोसा में हर रोज करीब 40 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
विला फॉर्मोसा में जहां देखो वहां सिर्फ कब्रें ही नजर आती हैं। यह कब्रिस्तान 7.5 लाख स्क्वायर मीटर में फैला है। यहां करीब 15 लाख कब्रें बन सकती हैं।
साओ पाउलो में 1.2 करोड़ आबादी है। लैटिन अमेरिका का यह क्षेत्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
सैटेलाइट इमेज में कुछ इस तरह दिखता है यह कब्रिस्तान।