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दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला का निधन, 2 विश्वयुद्ध देखे, मार नहीं पाई कोई महामारी, रोज पीती थी एक ग्लास वाइन
पेरिस। दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला ल्यूसिल रैंडन (Lucile Randon) का निधन 118 साल की उम्र में हो गया। वह दुनिया की पहली ऐसी ज्ञात जिंदा व्यक्ति थीं, जिन्होंने दोनों विश्वयुद्ध देखे। प्लेग और कोरोना जैसी कई महामारी में वह बच गईं थीं। वह रोज एक ग्लास वाइन पीती थीं। वह एक नन थीं। उन्हें फ्रांस के लोग सिस्टर एंड्रे के नाम से जानते हैं। उनका निधन फ्रांस के टूलॉन के एक नर्सिंग होम में हो गया। आगे पढ़ें ल्यूसिल रैंडन के बारे में खास बातें...
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सेंट कैथरीन लेबोरे नर्सिंग होम के प्रवक्ता डेविड टावेल्ला ने कहा कि रैनन की मौत बहुत दुखद है। उसके लिए यह मुक्ति की तरह है। एक साल पहले दिए इंटरव्यू में रैंडन ने कहा था कि वह मरने और स्वर्ग में अपने दिवंगत रिश्तेदारों से मिलने के लिए तैयार थी।
रैंडन ने पिछले साल अपने 118वें जन्मदिन पर कहा था, "बूढ़ी होना अच्छा नहीं लगता है। मुझे दूसरों की देखभाल करना और बच्चों से डांस कराना अच्छा लगता है। अब मैं ऐसा नहीं कर पाती हूं।"
अप्रैल 2022 में 118 साल की उम्र में रैंडन को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति का खिताब दिया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड जापानी महिला केन तनाको के नाम था। 119 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था।
रैंडन कोरोना को मात देने वाली सबसे उम्रदराज व्यक्ति थीं। 2021 में 116 साल की उम्र में उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया था। इलाज के बाद वह ठीक हो गईं थीं।
रैंडन ने 108 साल की उम्र में काम करना बंद किया था। उन्होंने अपनी लंबी उम्र का राज हर दिन एक छोटा ग्लास वाइन पीने को बताया था।
अब तक ज्ञात सबसे अधिक समय तक जिंदा रहने वाले व्यक्ति की बात हो तो यह रिकॉर्ड जीन लुईस कैलमेंट के नाम है। 1997 में 122 साल की उम्र में उनका निधन हुआ था। वह भी फ्रांस की नागरिक थी। उन्होंने अपने लंबे जीवन का श्रेय जैतून के तेल, चॉकलेट और वाइन को दिया था।
रैंडन का जन्म प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत से एक दशक पहले 11 फरवरी 1904 को फ्रांस के आर्ल्स में हुआ था। उन्होंने पिछले साल कहा था कि उनकी पसंदीदा यादें तब की थीं जब उनके दो भाई युद्ध से घर लौटे थे।
रैंडन 19 साल की उम्र में कैथोलिक धर्म अपनाया था। उन्होंने लगभग तीन दशकों तक बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के लिए एक अस्पताल में काम किया। वह 1944 में 45 साल की उम्र में नन बन गईं। इसके बाद वह द डॉटर ऑफ चैरिटी में शामिल हुईं। रैंडन ने अपने दिवंगत भाई का सम्मान करने के लिए सिस्टर एंड्रे नाम लिया।
रैंडन की मृत्यु के बाद पृथ्वी पर सबसे बुजुर्ग व्यक्ति 115 साल की मारिया ब्रान्यास मोरेरा को माना जाता है। वह अमेरिका में पैदा हुई थी, लेकिन अब स्पेन में रहती हैं।