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काम के बोझ से रो पड़ीं न्यूजीलैंड की सबसे यंग PM, बोलीं वक्त आ गया, इतनी हिम्मत नहीं कि 4 साल और नेतृत्व करूं
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जैसिंडा अर्डर्न ने कहा, "मैं चार साल और न्यूजीलैंड का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हूं।" अपने आंसू रोकते हुए जैसिंडा कहा, "प्रधानमंत्री के रूप में साढ़े पांच साल कठिन रहे। मैं भी इंसान हूं। अब मुझे अलग हटने की जरूरत है। मुझे पता है कि इस फैसले के बाद इस बात की बहुत चर्चा होगी कि इस्तीफा देने का तथाकथित 'असली' कारण क्या था। इसका एकमात्र कारण है कि छह साल लगातार बड़ी चुनौतियों का सामना करने के बाद मैं थक गई हूं। मैं भी एक इंसान हूं। राजनेता इंसान होते हैं। मुझसे जितना संभव था मैंने दिया। जितनी देर तक नेतृत्व कर सकती थी मैंने की। मेरे लिए अब दूर हटने का समय आ गया है।"
न्यूजीलैंड में लेबर पार्टी की सरकार है। जैसिंडा अर्डर्न के इस्तीफा देने की घोषणा के बाद नए नेता चुनने के लिए रविवार को पार्टी के अंदर वोटिंग होगी। जो व्यक्ति पार्टी का नेता चुना जाएगा वह अगले आम चुनाव तक प्रधानमंत्री रहेगा। नेता के रूप में अर्डर्न का कार्यकाल 7 फरवरी तक समाप्त हो जाएगा। 14 अक्टूबर 2023 को आम चुनाव होंगे।
अर्डर्न ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि न्यूजीलैंड लेबर पार्टी आगामी चुनाव जीतेगी। न्यूजीलैंड के उपप्रधान मंत्री और वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने कहा है कि वह अगले लेबर नेता के पद के लिए चुनाव लड़ने की कोशिश नहीं करेंगे। राजनीतिक टिप्पणीकार बेन थॉमस ने कहा कि अर्डर्न की घोषणा आश्चर्यजनक है। अभी भी उन्हें देश का सबसे पसंदीदा प्रधानमंत्री माना जाता है। हालांकि उनकी पार्टी के लिए समर्थन 2020 के चुनाव के वक्त की तुलना में कम हुआ है।
26 जुलाई 1980 को न्यूजीलैंड के हैमिल्टन में जैसिंडा आर्डर्न का जन्म हुआ था। उनके पिता रॉस आर्डर्न पुलिस ऑफिसर थे। 18 साल की उम्र में ही जैसिंडा राजनीति में आ गईं थी। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क के ऑफिस में सहायक के रूप में काम किया था। इसके बाद वह टोनी ब्लेयर की सरकार में नीति सलाहकार के रूप में काम करने के लिए ब्रिटेन गईं थी। वह 2008 में सांसद चुनी गईं और मार्च 2017 में लेबर पार्टी की उप नेता बनीं। 2017 में वह 37 साल की उम्र में न्यूजीलैंड की सबसे कम उम्र की पीएम बनीं थीं।
जेसिंडा अर्डर्न पीएम पद पर रहते हुए मां बनने वालीं दुनिया की दूसरी प्रधानमंत्री बनीं थीं। क्राइस्टचर्च मस्जिद गोलीबारी के बाद जैसिंडा अर्डर्न ने न्यूजीलैंड को संभाला था। उन्हें कोरोना महामारी के दौरान बेहतर काम करने के लिए दुनियाभर में प्रसिद्धि मिली थी।
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