सार

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के पास वित्त विभाग भी है। ऐसे में वे लगातार तीसरी बार बजट पेश करेंगे। इससे पहले उन्होंने 2021 में अपना दूसरा बजट पेश किया था। तब का बजट 1 लाख 55 हजार 645 करोड़ रूपए का था। 

चंडीगढ़ : हरियाणा (Haryana) की खट्टर सरकार आठ मार्च को अपना बजट पेश करने जा रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) बतौर वित्तमंत्री विधानसभा के पटल पर बजट रखेंगे। 14 से 16 मार्च तक बजट पर चर्चा होगी। इस बार के बजट से जनता को काफी उम्मीदें हैं। कोरोना संकट के बाद पेश होने जा रहे इस बजट से हर वर्ग की आस जुड़ी है। इस बार बजट डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक होने का अनुमान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हरियाणा का पहला बजट कब पेश हुआ था और इसका आकार क्या था? अगर नहीं तो पढ़िए राज्य के पहले बजट और अब के बजट के बारें में...

कैसा था पहला बजट
एक नवंबर 1966 में पंजाब (Punjab) से अलग होकर हरियाणा राज्य का गठन हुआ। ओमप्रभा जैन हरियाणा की पहली वित मंत्री बनीं थी। वह कैथल हलके से लगातार चार बार विधायक रहीं थी। ओमप्रभा जैन ने ही साल 1967 में राज्य का पहला बजट पेश किया था। उनका यह बजट डेढ़ घंटे का था। इस भाषण के लिए उन्होंने दो महीने तक प्रैक्टिस की थी। उनका फोकस कृषि और शिक्षा पर था। उस समय राज्य पर सिर्फ 2.35 करोड़ का कर्ज था। ओमप्रभा के बारें में कहा जाता है कि उस वक्त गांव खुराना और शहर के बीच नहर पर पुलिया नहीं थी। तब ओमप्रभा जैन घोड़ी पर बैठकर नहर पार गांव खुराना पहुंची और वहां ग्रामीणों के बीच बैठकर बजट पर रायशुमारी की थी। वे कहा करती थीं कि बजट का मकसद सिर्फ राजस्व इकट्ठा करना ही नहीं होता है। यह जनता के लिए विकास और राहत के रास्ते तैयार करने का जरिया होता है। 

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तीसरी बार बजट पेश करेंगे सीएम खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के पास वित्त विभाग भी है। ऐसे में वे लगातार तीसरी बार बजट पेश करेंगे। इससे पहले उन्होंने 2021 में अपना दूसरा बजट पेश किया था। तब का बजट 1 लाख 55 हजार 645 करोड़ रूपए का था। बजट में 38,718 करोड़ के पूंजीगत खर्च और 1,16,927 करोड़ रुपए के राजस्व खर्च का प्रस्ताव किया गया था। उस बजट को सीएम खट्‌टर ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित किया था। तब बजट में ग्रामीण विकास, कृषि, सामाजिक सुरक्षा पर जोर दिया था।  

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इन क्षेत्रों पर रहेगा फोकस

इस बार के बजट में सरकार की कोशिश है कि लोक कल्यााण के लिए ज्यादा से ज्यादा फंड रखा जाए। सामाजिक सुरक्षा, रोजगार पर सबसे ज्यादा फोकस रखा जाएगा। सरकार की कोशिश है कि स्वास्थ्य और ढांचागत विकास को गति दी जाए। इसको लेकर बजट में विशेष प्रावधान रखने की तैयारी सरकार की ओर से की गई है। सीएम मनोहर लाल ने अपने मंत्रियों, अधिकारियों के साथ मिलकर लगातार बजट पर चर्चा की। बजट में विपक्ष के सुक्षाव को भी शामिल किया गया है। 

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