सार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि गीता के श्लोक 5वीं और 7वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को गीता का सार अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए, क्योंकि इस पवित्र ग्रंथ में संदेश न केवल अर्जुन के लिए बल्कि हम सभी के लिए दिया गया है।
चंडीगढ़ : हरियाणा (Haryana) में अगले एकेडमिक सेशन से स्कूलों में भगवद गीता का पाठ पढ़ाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने इसका ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गीता के श्लोक 5वीं और 7वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को गीता का सार अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए, क्योंकि इस पवित्र ग्रंथ में संदेश न केवल अर्जुन के लिए बल्कि हम सभी के लिए दिया गया है। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) भी मौजूद रहे।
महाभारत थीम पर संग्रहालय निर्माण
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि वार्षिक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को व्यापक स्तर पर ले जाने के लिए अगले साल से गीता जयंती समिति गठित की जाएगी। ज्योतिसार में गीतास्थली पर दो एकड़ भूमि पर 205 करोड़ रुपए की लागत से महाभारत थीम पर एक संग्रहालय बनाया जा रहा है। खट्टर ने कहा कि रामलीला की तर्ज पर अगले साल से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान कृष्ण उत्सव भी आयोजित किया जाएगा। सीएम मनोहर लाल खट्टर के अनुसार 6 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं को झांकी के जरिए से दर्शाया जाएगा। इसमें एक लाइट साउंड शो भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवद गीता देश के स्वतंत्रता सेनानियों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत है।
55 हजार विद्यार्थी गीता के श्लोक का उच्चारण करेंगे
वहीं, जानकारी मिली है कि गीता जयंती महोत्सव में 14 दिसंबर को हरियाणा के अलग-अलग स्कूलों के 55 हजार विद्यार्थी एक साथ 18 श्लोकों का ऑनलाइन उच्चारण करेंगे। जिला नोडल अधिकारी रामप्रसाद, सुनील दत्त ने बताया कि गीता एक परिवर्तनकारी ग्रंथ है, जो मानव जाति की भलाई के लिए आधार सामग्री का सामर्थ्य रखती है। इसलिए प्रदेश के चयनित विद्यालयों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह अपने विद्यालय में 50 बच्चों को गूगल मीट के माध्यम से जोड़ें, सीएम मनोहर लाल सभी विद्यार्थियों के साथ जुड़कर इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।
हर दिन प्रैक्टिस
जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि इसी श्रृंखला में जिले के 50 स्कूल जिनमें से खंड उचाना के सात स्कूलों का चयन किया गया है। श्री शिव सनातन धर्म सेकेंडरी स्कूल उचाना, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बड़ौदा, शिक्षा भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल छातर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कसूहन, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डूमरखां, कन्या गुरुकुल खेड़ा, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय उचाना मंडी में हर दिन प्रैक्टिस करवाई जा रही है।
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