सार

किसकी किस्मत कब पलटा मार जाए, कोई नहीं बता सकता। इस युवक के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वो एक बैठक के दौरान हरियाणा के डिप्टी सीएम से मदद की गुहार लेकर पहुंचा था। लेकिन उसे वहीं नौकरी मिल गई।
 

फरीदाबाद, हरियाणा. कहते हैं कि जिंदगी में कब और कहां मोड़ आ जाए, कोई नहीं बता सकता। इस दिव्यांग युवक कौशलेंद्र के साथ भी ऐसा ही हुआ। बुधवार की शाम डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद के कन्वेंशन सेंटर में जिला लोकसंपर्क और परिवाद समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उनके तेवर काफी सख्त थे। 

बैठक के बाद चौटाला लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इसी बीच पर्वतीय कॉलोनी के रहने वाले दिव्यांग कौशलेन्द्र अपनी शिकायत लेकर डिप्टी सीएम के पास पहुंचे। कौशलेंद्र ने भावुक होकर बताया कि वो 12वीं पास है। उसे कम्प्यूटर पर काम करना भी आता है। लेकिन दिव्यांग होने के कारण उसे कोई नौकरी नहीं देता। इस वजह से उसके घर की हालात बेहद खराब है।

कौशलेंद्र की बात सुनकर चौटाला इमोशनल हो गए। उन्होंने तत्काल रोडवेज के जीएम को कौशलेंद्र को वल्लभगढ़ बस स्टैंड के पूछताछ केन्द्र पर योग्यता अनुसार काम पर रखने के आदेश दिए। यह सुनकर कौशलेंद्र के आंसू निकल आए। कौशलेंद्र ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उसे उम्मीद नहीं थी कि इस तरह नौकरी मिलेगी।