सार
यह आवश्यक नहीं कि रिश्ता खून से बनता है। यह रिश्ता 'अपनेपन' से पैदा हुआ। बूढ़ी अम्मा डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को अपने पोते की शादी का निमंत्रण देने पहुंची थीं। जब डिप्टी CM ने खुद उन्हें चंडीगढ़ घुमाया, तो ताई इतनी खुश हुई कि उन्हें ढेर सारे आशीर्वाद देकर ही गईं।
चंडीगढ़. यह आवश्यक नहीं कि हर रिश्ता खून से बनता है। यह रिश्ता 'अपनेपन' से पैदा हुआ। बूढ़ी अम्मा डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को अपने पोते की शादी का निमंत्रण देने पहुंची थीं। जब डिप्टी CM ने खुद उन्हें चंडीगढ़ घुमाया, तो ताई इतनी खुश हुई कि उन्हें ढेर सारे आशीर्वाद देकर ही गईं। यह बुजुर्ग महिला चौटाला के चंडीगढ़ स्थित आवास पर मिलने आई थीं। इस दौरान बातचीत के दौरान डिप्टी CM उनसे बहुत प्रभावित हुए। वे खुद बुजुर्ग महिला को चंडीगढ़ घुमाने ले गए। इससे पहले डिप्टी CM ने ताई को चाय पिलाई। उन्हें अपने सरकारी आफिस भी ले गए।
शादी में आने का किया वादा...
बुजुर्ग महिला झज्जर जिले के जसौर खेड़ी गांव से चंडीगढ़ आई थीं। वे हरियाणा के डिप्टी CM चौटाला के सेक्टर-2 स्थित आवास पहुंचीं। उस वक्त चौटाला आफिस जाने के लिए अपने काफिले के साथ निकल रहे थे। सामने बुजुर्ग महिला को खड़े देखकर उन्होंने गाड़ी रोकी। महिला से चंडीगढ़ आने का कारण पूछा। इस पर महिला ने बताया कि वो अपने पोते की शादी का कार्ड देने उनके पास आई है। यह सुनकर चौटाला भावुक हो उठे। वे महिला को अपनी कोठी पर ले गए। वहां उन्हें चाय पिलाई और वादा किया कि वे शादी में जरूर आएंगे। इसके बाद बात-बात में महिला ने चंडीगढ़ की खूबसूरती का जिक्र किया। इस पर चौटाला खुद उन्हें अपने साथ चंडीगढ़ घुमाने लग गए।
दरअसल, चौटाला ने हंसते हुए बुजुर्ग से पूछ लिया था कि ताई क्या चंडीगढ़ घूमने आई हो? इस पर महिला ने भी हंसकर जवाब दिया कि उन्हें कौन चंडीगढ़ घुमाएगा? यह सुनकर चौटाला उन्हें अपने साथ गाड़ी में चंडीगढ़ घुमाने ले गए। इसके बाद डिप्टी CM उन्हें अपने सरकारी आफिस भी ले गए।