सार
इस महिला को नहीं मालूम था कि तलाक के बाद अपने पति से मिलना उसे ले डूबेगा। शादी के बाद से ही अपने हर वादे से मुकरते रहे पति पर बार-बार विश्वास करना महिला की मौत का कारण बन गया। महिला की 15 अगस्त को नहर से लाश मिली थी। पति ड्रामा करता रहा कि उसने नहर में छलांग मारी है। लेकिन पड़ताल में सामने आया है कि उसने सबकुछ अपने नाम कराने के लालच में पत्नी को नहर में धक्का दे दिया। पढ़िए डिवोर्स के बाद की चौंकाने वाली कहानी...
पानीपत, हरियाणा. तलाक के बावजूद पति पर भरोसा करना इस महिला की जिंदगी पर भारी पड़ा। 15 अगस्त को इसकी लाश रोहतक नहर में पड़ी मिली। पति ड्रामा करता रहा कि उसने नहर में छलांग लगाई है, जबकि आरोप है कि उसने खुद महला को धक्का देकर नहर में गिराया। मकसद सारी प्रॉपर्टी अपने नाम कराना है। आरोपी धागा कारोबारी है। आरोपी ने तलाक के बाद समझौते के तौर पर पत्नी को 5.50 लाख रुपए देने के बहाने बुलाया था।
साले ने बताई जीजा की करतूत
40 वर्षीय रीटा की शादी 22 मई, 2004 को सोनीपत के सिवानका गांव निवासी जोगिंद से हुई थी। कपल के दो बच्चे हर्षित और रिचा हैं। रीटा के भाई राजेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी बहन की जीजा ने हत्या कर दी। आरोप है कि जीजा के किसी महिला से अवैध संबंध हैं। इसके चलते कपल में मनमुटाव चल रहा था। दोनों में 10 अगस्त को तलाक के केस में समझौता हो गया था। आरोपी ने समझौते के 5.50 लाख देने के बहाने मृतका को बुलाया था। इसके बाद वो स्कूटी पर उसे बैठाकर रोहतक नहर ले गया। वहां उसे नहर में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी ने साले को कॉल किया कि उसकी बहन मिल नहीं रही।
जांच में सामने आया है कि रीटा की बेटी रिचा ने अपने मामा को बताया था कि मम्मी-पापा के बीच पैसों को लेकर झगड़ा हो रहा था। आरोपी अपनी बेटी को भी नहर पर ले गया था। साजिश के तहत उसने स्कूटी नहर में गिरा दी। इसके बाद चिल्लाने लगा। लोगों की मदद से रिचा को तो नहर से निकाल लिया गया, लेकिन रीटा को नहीं बचाया जा सका। वहीं आरोपी तैरकर नहर से निकल आया।