सार

दरअसल, यूक्रेन के कीव में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले साहिल ने खुद आने की बजाय सबसे पहले अपने पालतू डॉगी सुंडू को सुरक्षित घर भेजा है। यूक्रेन से करीब 4,600 किमी दूर रोहतक स्थित साहिल के घर डॉगी सूंडू पहुंच गया है।

रोहतक। रूसी हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मोदी सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है। हर रोज फ्लाइट्स में हजारों मेडिकल छात्र अपने घर लौट रहे हैं। यहां परिजन से मिलकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। लेकिन, रोहतक के मेडिकल छात्र साहिल की डिमांड ने हर किसी को चौंका दिया है। साहिल ने खुद से पहले अपने पालतू जानवर को सुरक्षित अपने घर हरियाणा के रोहतक भेजा है। खुद साहिल वहां लोगों की मदद कर रहे हैं।

दरअसल, यूक्रेन के कीव में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले साहिल ने खुद आने की बजाय सबसे पहले अपने पालतू डॉगी सुंडू को सुरक्षित घर भेजा है। यूक्रेन से करीब 4,600 किमी दूर रोहतक स्थित साहिल के घर डॉगी सूंडू पहुंच गया है। साहिल का कहना था कि वह पहले डॉगी की जान बचाना चाहता है। उसने अपनी डिमांड के बारे में बता दिया था। लेकिन, दोनों को एक साथ जाने की अनुमति नहीं मिली। ऐसे में साहिल ने सबसे पहले अपने डॉगी को घर भेजा। अब दूसरी फ्लाइट से साहिल अपने घर रोहतक आ पाएगा।

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साहिल के घर नहीं आने से डॉगी मायूस
संदीप दुहन नाम के शख्स ने बताया कि ‘साहिल ने अपने दोस्त हर्षित के साथ डॉगी सुंडू को घर भेजा है। यहां उसके परिजन ने डॉगी को रिसीव कर लिया। साहिल का कहना था कि मैं आऊंगा तो इसे साथ लेकर ही आऊंगा, वरना नहीं आऊंगा। यहां साहिल का डॉगी तो आ गया है, लेकिन साहिल के नहीं होने से ये बेहद मायूस देखा जा रहा है। ठीक से खा-पी नहीं रहा है’

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डॉगी की सुरक्षा को लेकर परेशान थे साहिल
बता दें कि साहिल खुद यूक्रेन में रुके हैं और अपने दोस्तों की मदद कर रहे हैं। साहिल वहां कीव यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कर रहे हैं। वे अपने अलास्कन मलामुट ब्रीड के डॉगी सुंडू को काफी दिनों से अपने साथ रखे हैं। उसकी देखभाल करते हैं। यूक्रेन पर हमले के बाद साहिल डॉगी की सुरक्षा के लिए परेशान थे।

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