सार

कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भारत में  अब तक इसके संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 667 हो गई है, वहीं 13 लोगों की मौत हो चुकी है। 

हेल्थ डेस्क। कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। भारत में अब तक इसके संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 667 हो गई है, वहीं 13 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनिया भर में इससे लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हैं और करीब 20 हजार लोग मर चुके हैं। कोरोना वायरस के फैलने के सही कारणों का अभी तक ठीक से पता नहीं चल सका है। इससे बचाव के लिए साफ-सफाई पर ध्यान देने और लोगों से दूरी बनाए रखने की बात कही जा रही है। इसीलिए दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। भारत में भी लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है और लोगों के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है। वहीं, कोरोना को लेकर अफवाहों का बाजार भी गर्म है। खास कर सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई तरह की बातें फैलाई जा रही हैं, जिससे लोग भ्रमित हो रहे हैं। 

हवा से नहीं फैलता कोरोना
सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी फैलाई गई कि कोरोना वायरस हवा में मौजूद होता है और सांसों के जरिए इसका संक्रमण हो सकता है। इससे लोगों में काफी दहशत फैल गई। यह ठीक है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना जरूरी माना गया है, लेकिन कोरोना के वायरस हवा में नहीं होते। अगर ऐसा हो तो किसी को भी कोरोना का संक्रमण हो जाएगा। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किया खंडन
इस अफवाह का खंडन विश्न स्वास्थ्य संगठन ने किया है। इस संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया की प्रमुख डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह का कहना है कि अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है, जिससे पता चल सके कि यह वायरस हवा के जरिए फैलता है। जहां तक मास्क लगाने की बात है, यह किसी भी तरह के संक्रमण से बचाव के लिए लगाया जाता है। इससे संक्रमण होने का खतरा कम रहता है। 

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से फैलता है कोरोना
स्वास्थ्य वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, उसके छींकने, खांसने और दूसरी वजहों से फैलता है। कोरोना वायरस किसी जगह पर चिपक कर रह सकता है, वह हवा के जरिए नहीं फैलता। यही कारण है कि इससे बचाव के लिए किसी भी चीज को छूने के बाद हाथ धोने को कहा जाता है। इसलिए कोरोना को लेकर सही जानकारी किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ या डॉक्टर से लें। किसी की बात पर आंख मूंद कर भरोसा करना ठीक नहीं।