सार

मौसम में बदलाव आने पर सर्दी-जुकाम की समस्या आम तौर पर होती है। कई बार फीवर भी हो जाता है। अगर फीवर ज्यादा समय तक बना रहे तो यह वायरल फीवर हो सकता है।

हेल्थ डेस्क। मौसम में बदलाव आने पर आम तौर पर सर्दी-जुकाम की समस्या होती है। कई बार फीवर भी हो जाता है। अगर फीवर ज्यादा समय तक बना रहे तो यह वायरल फीवर हो सकता है। वायरल फीवर ठीक होने में समय दो से तीन दिन लग जाते हैं। दवाई से इसमें राहत तो मिलती है, पर फीवर बना रहता है। इस फीवर में शरीर और माथे में तेज दर्द होता है, साथ ही कमजोरी भी ज्यादा महसूस होती है। वायरल फीवर किसी को हो सकता है, पर यह उन लोगों को ज्यादा परेशान करता है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। अभी मौसम में बदलाव आ रहा है। दिन में जहां गर्मी होती है, देर रात में ठंडक हो जाती है। इस मौसम में थोड़ी भी असावधानी बरतने पर सर्दी-जुकाम के साथ वायरल फीवर हो सकता है। वायरल फीवर होने पर दवा के साथ कुछ घरेलू उपाय अपनाने से जल्दी राहत मिलती हैं। 

1. दालचीनी
दालचीनी एक गर्म मसाला है। इसे नैचुरल एंटीबायोटिक कहा गया है। आम तौर पर वायरल फीवर सर्दी, जुकाम और खांसी के साथ होता है। दालचीनी का इस्तेमाल करने से सर्दी-जुकाम और दर्द से राहत मिलती है। एक कप पानी में एरक चम्मच दालचीनी का पाउडर और दो छोटी इलाइची मिला कर 5 मिनट तक गर्म करें और इसके बाद छान कर पी लें। दिन में दो बार ऐसा करने से वायरल फीवर में काफी फायदा होता है।

2. धनिया
धनिया का मसाले के रूप में हर घर में इस्तेमाल होता है। वायरल फीवर होने पर एक गिलास पानी में एक चम्मच धनिया डाल कर खौला दें। इसके बाद ठंडा होने पर उसे छान कर उसमें थोड़ा शहद मिला कर पिएं। धनिया में वायरस और बैक्टीरिया को खत्म करने का गुण होता है। यह शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है।

3. अदरक
वायरल फीवर में अदरक का सेवन करने से काफी फायदा होता है। इसमें फाइटोकेमिकल तत्व होते हैं, जो वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव करते हैं। अदरक के एक टुकड़े को पीस कर पानी में मिला 10 मिनट तक उबालें। फिर उसमें नींबू का रस मिला कर पिएं। अदरक के पाउडर में शहद मिला कर भी उसका सेवन कर सकते हैं। 

4. किशमिश
किशमिश का इस्तेमाल कर भी वायरल फीवर को नियंत्रित किया जा सकता है। किशमिश के कुछ दानों को पानी में डाल दें। करीब आधा घंटे के बाद उन्हें खा लें और थोड़ा पानी पी लें। यह बुखार को कम करने के साथ दर्द में भी राहत देता है।

5. तुलसी के पत्ते का काढ़ा
वायरल फीवर में तुलसी के पत्ते का काढ़ा पीने से भी काफी फायदा होता है। तुलसी के पत्ते के साथ इलाइची, काली मिर्च और लौंग को मिला कर थोड़े पानी में उबालें। जब पानी खौल कर आधा रह जाए तो उतार लें और ठंडा होने दें। इसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसे पीते रहें। यह सर्दी-जुकाम को कम करने के साथ शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। तुलसी का काढ़ा हर तरह के बुखार में फायदा करता है।