सार

Causes of Piles:बवासीर से अगर कोई पीड़ित हो जाए तो उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि ये कुछ दिन में खुद ब खुद ठीक हो जाता है। लेकिन कुछ स्थिति में ये गंभीर समस्या बन जाती है और इसका ट्रीटमेंट और सर्जरी कराना पड़ता है। बवासीर होने के कई कारण हैं, जिसमें एक टॉयलेट में ज्यादा देर बैठना भी शामिल है। आइए जानते बावसीर यानी पाइल्स होने के कारण।
 

हेल्थ डेस्क.बवासीर यानी पाइल्स (Hemorrhoids)मलाशय में होने वाली बीमारी है। यह किसी भी उम्र के लोगों में हो सकता है। इस बीमारी में मल त्यागने में काफी दिक्कत होती है। ब्लीडिंग, दर्द और जलन महसूस होता है। बावसीर में निचले मलाशय के आसपास मांस का टुकड़ा उभर आता है। नसों में खून का दबाव बढ़ने की वजह से ऐसा होता है। बवासीर होने की वजह खानपान के साथ-साथ कुछ आदतें भी जिम्मेदार होती हैं। इन आदतों से आप नहीं समझ सकते हैं कि ये सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। लेकिन इसका नुकसान धीरे-धीरे देखने को मिलता है। आइए जानते हैं बावसीर होने के कारण।

डॉक्टर की मानें तो टॉयलेट में ज्यादा देर बैठने से भी बावसीर का खतरा होता है। टॉयलेट सीट पर बैठने से मलाशय के निचले हिस्से में खून की नसों पर दबाव पड़ता है। जिससे मल त्यागने में आसानी होती है। लेकिन जब आप एक ही स्थिति में ज्यादा देर बैठते हैं तो यह दबाव बढ़ता जाता है जिसकी वजह से बावसीर हो सकता है। इसलिए कहा जाता है कि ज्यादा देर ना तो कुर्सी पर बैठना चाहिए और ना ही टॉयलेट सीट पर। 

दिन में बार-बार मल त्यागना
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो कई बार बाथरूम जाते हैं। उन्हें बार-बार पॉटी का एहसास होता है। इससे भी बावसीर का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको कब्ज की शिकायत हो या फिर बार-बार पॉटी लगती है तो एक बार डॉक्टर से जरूर दिखाना चाहिए। ताकि बावसीर के जोखिम से बच सके।

मसालेदार भोजन
भारतीय भोजन खासकर उत्तर भारत में बनने वाला खान जब तक मसालेदार ना हो लोगों को अच्छा लगता ही नहीं है। लेकिन मसालेदार खाना और जंक फूड भी बावसीर होने में मदद करता है। जो लोग मसालेदार खाना खाते हैं उन्हें मल त्यागने में दिक्कत होती है। इसलिए अपनी डाइट में हेल्दी फूड शामिल करना इस बीमारी के जोखिम को कम कर सकता है।

कम पानी पीना 
हमारा शरीर 60 प्रतिशत पानी से बना है। अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो डिहाइड्रेशन समेत कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। जिसमें एक पाइल्स भी है। मल सख्त हो जाता है जिससे निचले हिस्से में रगड़ होने की वजह से ब्लीडिंग भी होने लगती है। इसलिए हर दिन तय सीमा के अनुसार पानी पीना चाहिए।

भारी वजन उठाना
ज्यादा भारी वजन उठाना भी बावसीर को बुलावा देता है। अचानक ज्यादा वजन उठाने से गुदा की दीवारों में और पेट पर दबाव पड़ता है। जिससे खून की नसे प्रभावित होती हैं। जिससे बावसीर होने का खतरा बढ़ जाता है।

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