सार

राजेश खन्ना ने भारतीय सिनेमा को एक नई ऊंचाई दी। उन्होंने फिल्म आखिरी खत से अपने करियर की शुरुआत की थी। फिल्म 'आराधना' से उन्हें पहचान मिली थी।

मुंबई। हमारा देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 75 साल पूरे होने पर इस जश्न की शुरुआत मार्च, 2021 से हुई और यह उत्सव 15 अगस्त, 2023 तक चलेगा। वैसे, फिल्म जगत में ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नई ऊंचाई दी। इन्हीं में से एक नाम है बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का। राजेश खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत महज 23 साल की उम्र में फिल्म आखिरी खत (1966) से की थी। हालांकि, उन्हें सही मायनों में पहचान तीन साल बाद 1969 में आई फिल्म 'आराधना' से मिली। इस फिल्म में उनके अपोजिट शर्मिला टैगोर ने काम किया था।

जतिन था राजेश खन्ना का असली नाम
राजेश खन्ना ने 1966 से लेकर 1991 के बीच 74 गोल्डन जुबली हिट फिल्में कीं। इतना ही नहीं, काका के नाम से मशहूर हुए राजेश खन्ना ने इसी अवधि में 22 सिल्वर जुबली हिट फिल्में भी दीं। अपने 46 साल लंबे करियर में उन्होंने करीब 163 फिल्मों में काम किया, जिनमें से 105 हिट रहीं। वैसे, बता दें कि 29 दिसंबर, 1942 को अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना का असली नाम जतिन था। बाद में उन्होंने अपना स्क्रीन नेम राजेश खन्ना रख लिया।

1969 में आई फिल्म 'आराधना' राजेश खन्ना की पहली प्लेटिनम जुबली हिट फिल्म थी। इस फिल्म के बाद ही उन्हें बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार का खिताब दिया गया था। आराधना के बाद राजेश खन्ना ने 14 सोलो हिट फिल्में कीं। इनमें इत्तेफाक, दो रास्ते, बंधन, डोली, सफर, खामोशी, कटी पतंग, आन मिलो सजना, ट्रेन, आनंद, सच्चा झूठा, दुश्मन, महबूब की मेहंदी और हाथी मेरे साथी शामिल हैं। साल 1970 में आई फिल्म 'सच्चा झूठा' के लिए उन्हें पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था।

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राजेश खन्ना को खून से चिट्ठियां लिखती थीं लड़कियां
राजेश खन्ना की पॉपुलैरिटी का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि लड़कियां कई बार उन्हें खून से चिट्ठियां लिखती थीं। जिस रास्ते से काका गुजर जाएं वो उसकी मिट्टी उठाकर अपनी मांग में सजा लेती थीं। कई तो उनकी तस्वीरों से ही शादी रचा लेती थीं। यहां तक कि राजेश खन्ना को एक समय 'प्रिंस ऑफ रोमांस' कहा जाने लगा था। उनकी कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्मों की बात करें तो इनमें कटी पतंग, आनन्द, मेहबूब की मेंहदी, बावर्ची, जोरू का गुलाम, अनुराग, दाग, नमक हराम, हमशक्ल आदि रहीं। राजेश खन्ना ने अपने करियर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर तीन फिल्मफेयर अवार्ड जीते। इनमें पहला 1971 में फिल्म सच्चा झूठा के लिए, दूसरा 1972 में आनंद के लिए और तीसरा 1975 में फिल्म अविष्कार के लिए मिला।