सार

ये सिर्फ चुनाव ही नहीं लड़ रहे बल्कि अलग-अलग कैंडिडेट होने के नियम भी फॉलो कर रहे हैं। दोनों पति पत्नी ने साथ में नामांकन भरने नहीं गए। 

रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में एक पति और पत्नी दुश्मनों की तरह आमने सामने प्रतिद्वंदी बनकर खड़े हो गए हैं। ये खबर सुन हर कोई हैरान है कि एक ही घर से दो नामांकन भरे गए और वो भी पति-पत्नी एक-दूसरे के खिलाफ कैसे लड़ सकते हैं? 

मामला गढ़वा जिले के भवनाथपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पति-पत्नी दोनों चुनाव लड़ रहे हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है और इनकी कहानी भी  हैरान करने वाली है।

अलग-अलग भरा नामांकन पर्चा

ये सिर्फ चुनाव ही नहीं लड़ रहे बल्कि अलग-अलग कैंडिडेट होने के नियम भी फॉलो कर रहे हैं। दोनों पति पत्नी ने साथ में नामांकन भरने नहीं गए। बंशीधर नगर निर्वाची पदाधिकारी कमलेश्वर नारायण के सामने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मनीष कुमार सिंह और उनकी पत्नी प्रियंका कुमारी ने अलग-अलग नामांकन पर्चा दाखिल किया है।

चुनावी मुद्दों में भी चल रही जुबानी जंग- 

मनीष ने हर हाथ को रोजगार देने को अपना चुनावी मुद्दा बताया तो उनकी पत्नी ने क्षेत्र में शिक्षा और लोगों की सेवा को अपना चुनावी मुद्दा बनाते हुए हुंकार भरी। ये दोनों ही जनता को लुभाने में प्रतिबद्ध नजर आए।

दोनों ने अलग-अलग मुद्दों पर काम करने की कही बात

बहरहाल, चुनावी मैदान में उतरे इस दंपति की चर्चा जोरों पर है। चुनाव में उतरने के सवाल पर पति-पत्नी दोनों ने अलग-अलग मुद्दों पर काम करने की बात करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में चुनाव लड़ने का अधिकार हर किसी को है।

जनता के हक की लड़ाई के लिए मैदान में उतरे- 

दंपति ने कहा कि हम दोनों के अलग-अलग कार्यकर्ता क्षेत्र में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही कहा कि हमारा लक्ष्य इस विधानसभा की भोली-भाली जनता को उनका हक दिलाना है, साथ उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। दोनों ने घर में बिना किसी राजनीतिक मतभेद के शांति होने की बात कही। वे अलग-अलग लड़ जरूर रहे हैं लेकिन मकसद एक ही है।