सार

24 घंटे के अंदर जब रांची पुलिस ने 6 महीने के बच्चे के किडनैप की गुत्थी सुलझाई, तो सामने आई देवर-भाभी की चौंकाने वाली कहानी। बच्चे के मुंह जूठा(पहली बार खिलाना) के कार्यक्रम के कुछ दिन पहले ही हथियारों के दम बच्चे को उठाया गया था।

रांची. सिरकाडीह गांव से गुरुवार देर रात हुए 6 महीने के बच्चे के किडनैप की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा ली है। इस वारदात को दुखु मुंडा और उसकी भाभी ने अंजाम दिया था। बच्चे के अपहरण के बाद पुलिस की टीमें आरोपियों को ढूंढने में लगी थीं। एसएसपी अनीश गुप्ता के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई थी। एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपी सोनाहातू के रहने वाले हैं। बच्चे की तलाश में पुलिस ने लगातार छापेमार कार्रवाई की थी। बताते हैं कि दुखु की भाभी को बच्चा नहीं हो रहा था। इसलिए उसने बच्चे के किडनैप की प्लानिंग रची थी।


लाइट जाते ही बच्चे को उठा ले गए थे
सिरकाडीह गांव बुंडू थाना क्षेत्र से करीब 10 किमी दूर है। यहां रहने वाले अंबिका और झूलन ने 2014 में प्रेम विवाह किया था। दम्पती के डेढ़ साल की बेटी अंकिता और 6 महीने का अंकित है। 2 नवंबर को उसका मुंह जूठे(पहली बार खाना खिलाना या अन्नप्राशन) का कार्यक्रम रखा गया है। इसी सिलसिले में अंबिका रिश्तेदारों को कार्ड बांटने गया था। इसी दौरान रात 11.30 बजे हथियारों से लैस बदमाशों ने घर पर धावा बोला। उस वक्त घर की लाइट भी चली गई थी। तभी आरोपियों ने बंदूक की नोंक पर बच्चे को उठाया और गायब हो गए। रांची में 6 महीने के किसी बच्चे के किडनपै का यह पहला मामला था। बच्चे की दादी काजल ने बताया कि अपहरणकर्ता में से एक का कद लंबा था। वो बाकी बदमाशों को निर्देश दे रहा था।