सार

नौवीं की छात्रा को परीक्षा में नकल के आरोप में क्लास में खड़ा कर दिया गया। शिक्षिका ने पहले उसकी तलाशी ली, इस पर भी मन नहीं माना तो छात्रा के कपड़े उतरवा दिए। शिक्षिका के इस कृत्य से छात्रा बेहद आहत हुई। क्लास में हुए इस अपमान को वह सहन नहीं कर सकी और घर आकर खुद को आग के हवाले कर लिया।

जमशेदपुर(Jharkhand). झारखंड के जमेशदपुर से एक ऐसी घटना सामने आ रही है जिसने सबको हिला कर रख दिया है। यहां एक स्कूल में नौवीं की छात्रा को परीक्षा में नकल के आरोप में क्लास में खड़ा कर दिया गया। शिक्षिका ने पहले उसकी तलाशी ली, इस पर भी मन नहीं माना तो छात्रा के कपड़े उतरवा दिए। शिक्षिका के इस कृत्य से छात्रा बेहद आहत हुई। क्लास में हुए इस अपमान को वह सहन नहीं कर सकी और घर आकर खुद को आग के हवाले कर लिया।

मामला जमशेदपुर के भुइयांडीह छायानगर का है। यहां के शारदामनि स्कूल में पढने वाली एक नौवीं कक्षा की छात्रा को स्कूल में हुआ अपमान सहन नहीं हुई और उसने जान देने की कोशिश की। छात्रा ने ज्वलनशील पदार्थ खुद के ऊपर छिड़ककर आग लगा ली। परिजनों के मुताबिक पहले तो वह कुछ समझ नहीं पाए कि आखिरकार उसने ऐसा आत्मघाती कदम क्यों उठाया। लेकिन बाद में उन्होंने उसके साथ पढने वाली एक अन्य छात्रा से पूछा तो उसने स्कूल में उसके साथ हुए सारे घटनाक्रम की जानकारी दी। इसकी जानकारी होने पर आक्रोशित परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पीड़िता ने कहा-कपड़े उतरवा की गई जांच
पीड़िता ने इलाज के दौरान डॉक्टर को बताया कि शुक्रवार को सोशल साइंस की परीक्षा थी। नकल करने के आरोप में चंद्रा दास मैडम ने सभी लड़िकयों के सामने मेरे कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। मेरे पास कोई चिट नहीं मिला। मैं बहुत अपमानित महसूस कर रही थी। इसलिए मैं मर जाना चाहती हूं। अपमान से आहत होकर मैंने अपने शरीर पर केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा ली।  वहीं स्कूल की प्राचार्य गीता रानी महतो ने कहा कि नकल करने की शिकायत उसकी शिक्षिका चंद्रा दास ने मुझसे भी की थी। मैनें बच्ची को बुलाकर समझाया था। कपड़ा उतारकर जांच करने वाली बात गलत और बेबुनियाद है।

पिछले साल छात्रा के पिता की हो चुकी है मौत
छात्रा चार बहनें है। उसके पिता का निधन पिछले साल हो चुका है। छात्रा की मां ने कहा कि पति के मरने के बाद वह मजदूरी कर परिवार चलाती है। उसका परिवार बर्बाद हो गया। आरोपी शिक्षिका पर कार्रवाई होनी चाहिए।

80 फीसदी तक जल गई है छात्रा 
छात्रा को परिजनों ने एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था। मगर ज्यादा जले होने के कारण और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे टाटा मेन हॉस्पिटल जमशेदपुर में रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक छात्रा की हालत बेहद गंभीर है वह करीब 80 प्रतिशत जल गई है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सीतारामडेरा थाने की पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस टीम ने स्कूल में पहुंचकर छात्रों का बयान दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक तहरीर मिली है, जांच चल रही है। जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।