सार
दिल्ली से झारखंड के गिरिडीह अपने घर पहुंची बहू को सर्दी-जुकाम और खांसी होते देख घरवालों में दहशत फैल गई। कोरोना के डर के चलते उन्होंने बहू को घर से निकाल दिया। अब इस मामले में हैरान करने वाला मोड़ आया है।
गिरिडीह, झारखंड. एक महिला को सर्दी-खांसी और जुकाम क्या हुआ, घरवालों ने उसका जीना हराम कर दिया। ससुरालवालों ने दूसरी जगह रहने की हिदायत दी। वो मायके पहुंची, तो वहां भी उसे आश्रय नहीं मिला। इसके बाद महिला अपने पति के संग अलग रह रही थी। इस बीच किसी ने उसे कोरोना होने की आशंका जताई। स्वास्थ्य इकाई ने महिला को खोजा और उसे एम्बुलेंस 108 के जरिये गिरडीह हॉस्पिटल भेजा। लेकिन महिला रास्ते में ही अपने पति के संग बाइक पर बैठकर रफूचक्कर हो गई। अब स्वास्थ्य महकमा उस महिला को ढूंढ रहा है। स्वास्थ्य महकमे का तर्क है कि जब कोरोना को लेकर आशंका जताई गई थी, तो महिला का चेकअप जरूरी हो जाता था। इसलिए उसे ढूंढा जा रहा है। हालांकि बाद में महिला के किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने की सूचना मिली है।
सबने घर से भगाया, तो गुस्से में थी महिला...
मामला गिरिडीह जिले के देवरी का है। महिला कुछ दिन पहले ही दिल्ली से लौटी थी। जब वो अपनी ससुराल पहुंची, तो उसे सर्दी-खांसी और जुकाम होने पर कोरोना का संदिग्ध मरीज मान लिया गया। उसे ससुराल से भगा दिया। वो अपने मायके पहुंची। वहां भी लोग उससे डर गए। इसके बाद उसे इलाज कराने तक दूर रहने की हिदायत दी गई। महिला पति के साथ अलग रह रही थी। इस बीच खबर मिलने पर देवरी की स्वास्थ्य इकाई महिला को खोजते हुए पहुंची और उसे इलाज के लिए एम्बुलेंस से गिरिडीह भेजने लगी। लेकिन महिला रास्ते में ही अपने पति के साथ बाइक पर बैठकर भाग गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग उसे सरगर्मी से ढूंढने लगा।
हालांकि इस बीच खबर मिली कि महिला राजधनवार में किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करा रही है। महिला और उसके पति ने एम्बुलेंस से भागने की बात को अफवाह बताया। आरसीएच पदाधिकारी और सह प्रभारी सीएस डॉ. एस सान्याल ने बताया कि एसी ने सूचना दी थी कि दिल्ली से एक महिला आई है। उसे सर्दी-खांसी है। जब हम उसे इलाज के लिए ला रहे थे, तो वो गायब हो गई।