सार
बिहार में दहशत का पर्याय बने चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम) ने झारखंड में कदम रख दिए हैं। यहां इस बीमारी से एक बच्चे की मौत की खबर है। बालूमाथ लातेहार के इस बच्चे को रांची के रानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
रांची। बिहार में 187 बच्चों की मौत का कारण बने चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम) से अब झारखंड में भी एक बच्चे की मौत हो गई। बालूमाथ लातेहार के करमापुलसू गांव के रहने वाले रंजीत कुमार सिंह के तीन वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार की शुक्रवार को रांची के रानी हॉस्पिटल में मौत हो गई। सत्यम को सुबह करीब 5 बजे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि इलाज के 2 घंटे के दौरान ही उसने दम तोड़ दिया।
हॉस्पिटल के डॉ. राजेश ने इसकी पुष्टि की। झारखंड में चमकी बुखार से मौत का यह पहला मामला है। सत्यम के चाचा संजीत कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात उसे हल्का बुखार हुआ था। हालांकि कुछ समय में ही उसकी हालत बिगड़ने लगी थी। वे बच्चे को बालूमाथ सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टर ने दवा की पर्ची लिख दी। लेकिन रात को सभी दुकानें बंद होने से दवा नहीं मिल सकी। परिजनों का कहना है कि अगर बच्चे को समय पर इलाज मिल जाता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।