सार
दुमका में सनकी आशिक द्वारा एक तरफा प्यार में पेट्रोल डालकर हत्या करने के मामले में जांच कर रही पुलिस ने वारदात में शामिल दूसरे आरोपी को अरेस्ट करने के बाद उसका आतंकी कनेक्शन खंगाल रही है। आरोपी के साथी पर पहले भी पोक्सो एक्ट का मामला चल रहा है।
दुमका. दुमका की बेटी अंकिता सिंह मर्डर केस में नया खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शाहरुख के साथी नईम का आतंकी कनेक्शन सामने आया है। बताया जा रहा है कि नईम का पीएफआई आतंकी संगठन से रिश्ता है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उच्च स्तरीय जांच दल ने बताया कि अंकिता को जिंदा जलाने के लिए आरोपी से शाहरुख को पेट्रोल खरीदकर देने वाले दूसरे आरोपी नईम का आतंकी कनेक्शन है। नईम के मोबाइल से पता चला है कि वो बैन बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बांग्ला से प्रभावित था। बता दें कि राज्य के पूर्व सीएम रघुबर दास ने इस मामले को लव जिहाद से जोड़ा था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि राज्य में फिर से पीएफआई संगठन एक्टिव हो गया है।
गैर-मुस्लिम लड़कियों से शादी को बढ़ावा देता है संगठन
यह संगठन गैर मुस्लिम लड़कियों से शादी कर बच्चा पैदा करने और गैर मुस्लिम लड़कियों को इस्लाम कबूल कराने के उद्देश्य से काम करता है। अंकिता हत्याकांड का दूसरा आरोपी नईम पूर्व में पोक्सो एक्ट में जेल जा चुका है। वर्ष 2021 में नईम 17 साल की एक लड़की को भगा ले गया था। फिलहाल वह बेल पर बाहर था। बताया जा रहा है कि घटना के 1 दिन पूर्व नईम मुख्य आरोपी शाहरुख से मिला था उसने ही पेट्रोल खरीदकर शाहरुख को दिया था।
भाजपा ने की जांच की मांग
भाजपा ने अंकिता हत्याकांड के दोनों आरोपियों के खिलाफ जांच करने की मांग की है पूर्व विधायक लुईस मरांडी का कहना है कि अंकिता हत्याकांड मामले में पकड़े गए दोनों आरोपियों का कनेक्शन प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से है या नहीं इस बिंदु पर पुलिस गहनता से जांच करें। जिस तरीके से इस तरह का मामला सामने आया है उससे कहीं ना कहीं पीएफआई के कनेक्शन से इनकार नहीं किया जा सकता।
वहीं, भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि संताल परगना के इलाके में पीएफआई सक्रिय रहा है। बीजेपी की सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन मौजूदा सरकार में यह दोबारा से सक्रिय हो गया है। इसके अलावा देश के अलग-अलग जगहों पर अंकिता की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की जा रही है।
एसपी की अध्यक्षता में बनी एसआईटी करेगी मामले की जांच
23 अगस्त की रात दुमका जिले के जरुआ डी मोहल्ले में रहने वाली अंकिता पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई थी 5 दिनों तक इलाज के बाद अंकिता ने दम तोड़ दिया था। अंकिता मर्डर केस में जिले के एसपी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है। एडीजी एमएल मीणा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी निगरानी एसपी करेंगे। अब तक इस मामले में दो आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है।
क्या है PFI?
बता दें कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक कट्टर इस्लामिक संगठन है। संगठन के द्वारा दावा किया जाता है कि वह पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के अधिकार के लिए आवाज उठाता है लेकिन कई राज्यों में हुए दंगों में इस संगठन का नाम सामने आया था। पीएफआई केरल मॉड्यूल ISIS के लिए काम करता था। केरल से इसके कई मेंबरों ने सीरिया और इराक में ISIS को ज्वॉइन किया था। इसकी स्थापना पीएफआई की स्थापना 1993 में बने नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट से ही हुई है।
पूर्व सीएम रघुवर दास ने लगाया था आरोप
राज्य के पूर्व सीएम रघुबर दास ने आरोप लगाते हुए कहा था- राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं के साथ 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं। यह साधारण घटना नहीं है क्योंकि एक संप्रदाय विशेष के लोग लव जिहाद के माध्यम से डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं। ये लोग ज़मीन का भी जिहाद कर रहे हैं। बंग्लादेशी जिहादियों ने अब तक 10,000 एकड़ ज़मीन हड़प ली है।
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