सार
झारखंड के दुमका में आदिवासी महिला के साथ हुई दरिंदगी के बाद हत्या के मामले में भाजपा ने बड़ी मदद की है। बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने पीड़िता के परिवार से मिलकर उनको 28 लाख रुपए का चैक सौंपा। साथ ही प्रदेश में बाहरी लोगों के अवैध रूप से घुसने के मामले में सरकार को घेरा।
दुमका(झारखंड). दुमका में हैवानियत की शिकार हुई आदिवासी महिला के परिजनों को भाजपा ने बड़ी मदद की है। बीजेपी के कई नेता दुमका की दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मिलकर उन्हें 28 लाख रुपए का चेक सौंपा। यह राशि उन गरीब परिवार के लिए बहुत काम आयेगी। जानकारी के अनुसार, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, सांसद निशिकांत दुबे , सांसद सुनील सोरेन , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश , सारठ विधायक रणधीर सिंह , पूर्व मंत्री लुईस मरांडी दुमका जिले के रानीश्वर प्रखंड में उस आदिवासी लड़की के घर पहुंचे, जिसकी यौन शोषण के बाद हत्या कर उसके शव को पेड़ से लटका दिया गया था। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार को 28 लाख रुपये का चेक भी प्रदान किया। साथ ही आश्वासन दिया कि भाजपा उनके साथ है और उन्हें न्याय मिलने तक संघर्ष करेगी। इधर, इस मामले के आरोपी अरमान अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
प्रशासन की भूमिका पर उठाए सवाल
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस मामले को प्रशासन ने दबाने का प्रयास किया, लेकिन जब लोग सड़क पर उतरे तो प्रशासन को कार्रवाई करना पड़ा। लेकिन इस मामले में पुलिस ने सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों पर भी केस कर दिया है जो कि गलत है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर इन लोगों पर किये गए केस वह वापस नहीं लेती तो भाजपा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी।
बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ी : निशिकांत
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की नजर आदिवासी परिवार की बेटियों पर है। वह उन पर बुरी नजर बनाए हुए हैं और उनसे शादी कर उनका धर्म परिवर्तन कराने में लगे हैं। वे इनकी आने वाली पीढ़ियों को पूरी तरह से अपने रंग में रंगने की कोशिश में हैं।
सरकार के गलत नीतियों के खिलाफ हमेशा खड़े रहेंगे
प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि आज जहां कहीं भी दमनकारी नीतियों या गलत कदम के खिलाफ भाजपा आवाज उठा रही है तो पुलिस के अधिकारी उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमे कर रहे हैं। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि राज्य सरकार के इशारे पर वह गलत काम न करें क्योंकि यह सरकार ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।
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