सार

झारखंड के जुमला जिले में रविवार की रात चोरों ने रिटायर्ड प्रोफेसर के घर धावा बोला और सभी घर वालों को 45  मिनट तक बंधक बनाए रखा। साथ ही लाखों के गहने और रुपए चुरा ले गए।

गुमला ( gumla). झारखंड के गुमला जिले में हैरान  कर देने वाली चोरी  की घटना को अंजाम दिया। दरअसल यहां  8 आरोपियों ने पूर्व प्रोफेसर के घर डकैती की घटना को अंजाम दिया है। उन्होने परिवार के तीन सदस्यों को बंधक बनाकर करीब 45 मिनट तक घर में रहे और डकैती की।  जिले के शहरी थाना क्षेत्र के दांदूरिया स्थित बैंक कॉलोनी में रहने वाले कार्तिक उरांव कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर नंद कुमार केसरी के घर डकैती हुई। घटना की सूचना पर सोमवार को पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच की। घटना के कारण पूर्व प्रोफेसर का परिवार और आसपास के लोग भी काफी डरे सहमे हुए हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के सहारे बदमाशों का पता लगाने में जुटी है। 

रात ढाई बजे घर में घुसे बदमाश
पुलिस को जानकारी देते हुए प्रोफेसर ने बताया कि रात करीब 2:30 बजे 8 नकाबपोश बदमाश उनके घर में घुसे। घर पर भी पत्नी डॉ सीमा और 90 वर्षीय मां रामदुलारी देवी मौजूद थे। घर में घुसने के लिए बदमाशों ने दो लोहे के दरवाजे में लगे ताले को काट दिया फिर खिड़की की ग्रिल उखाड़ दिया।  बदमाशो ने सबसे पहले पीड़ित के  हाथ और मुँह को बांध दिया। फिर लुटेरे उनके मां के कमरे में पहुंचे और मां द्वारा पहने गए सारे गहने को उतरवा लिया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें आवाज लगवा कर पत्नी के कमरे का दरवाजा खुलवाया। सभी लोगों को एक जगह जमा कर बदमाशों ने उन्हें बांध दिया। फिर अलमीरा में रखे नगद रुपए मोबाइल समेत अन्य गहने भी लूट लिए। उन्हें बंधा हुआ छोड़ ही सभी अपराधी वहां से भागने में सफल रहे। किसी तरह पत्नी ने अपने हाथ में बंधी रस्सी को खोला और पड़ोसियों को घटना की सूचना दी। पूर्व प्रोफेसर का कहना है कि बदमाश उनके घर से 7 लाख रुपए  के गहने और 40 हजार रुपए की डकैती की है। 

फोर व्हील्हर से आए थे अपराधी
आसपास के लोगों के अनुसार सभी अपराधी चारपहिया वाहन से डकैती करने आए। उनका कहना है कि देर रात कॉलोनी में एक फोर व्हील्हर के आने की आवाज सुनाई थी। इतनी रात को कोई वाहन कॉलोनी में नहीं आता था। आशंका है कि सभी अपराधी चार पहिया वाहन से ही पूर्व से सर के घर आए थे। पूर्व प्रोफेसर का कहना है कि सभी अपराधी हाफ पैंट, शर्ट और टी-शर्ट पहने थे। बातचीत भी स्थानीय भाषा में नहीं कर रहे थे। करीब 45 मिनट तक अपराधी उनके घर में रहे।

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