सार
हिम्मत से बड़ा कुछ भी नहीं। यह है 16 साल का निकित निश्चल। यह मैट्र्रिक में 97.8 प्रतिशत अंक लाकर चर्चाओं में आया था। लेकिन फिर इसे मालूम चला कि उसकी दोनों किडनी फेल हैं। इस बच्चे का सपना है कि वो आईआईटीयन बने। अपने घर-परिवार और समाज का नाम रोशन करे। हालांकि उसने उम्मीद नहीं छोड़ी है। बच्चे ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करके लोगों से मदद की अपील की। इस बीच मुख्यमंत्री ने उसे मदद का भरोसा दिलाया। अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उसे रांची भेजा गया है।
रांची, झारखंड. दोनों किडनी फेल होने के बाद जिंदगी-मौत के बीच झूल रहे इस बच्चे की स्माइल देखकर कभी नहीं लगा कि वो हिम्मत हार चुका है। यह है 16 साल का निकित निश्चल। यह मैट्र्रिक में 97.8 प्रतिशत अंक लाकर चर्चाओं में आया था। इस बच्चे का सपना है कि वो आईआईटीयन बने। अपने घर-परिवार और समाज का नाम रोशन करे। बच्चे ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करके लोगों से मदद की अपील की थी। इस बीच मुख्यमंत्री ने उसे मदद का भरोसा दिलाया। अब किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उसे रांची भेजा गया है।
सरकार कराएगी इलाज...
निकित भंडारीदह का रहने वाला है। बोकारो जिले में दो बार डायलिसिस करने के बाद अब उसे किडनी ट्रांसप्लांट के लिए रांची भेजा गया है। निकित का वीडियो देखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, शिक्ष मंत्री जगरनाथ महतो और जामा की विधायक सीता सोरेन उसकी मदद को आगे आए। निकित का अब सरकार की असाध्य रोग उपचार योजना के अंतर्गत इलाज कराया जाएगा। गुरुवार को उसे मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता खुद मौजूद थे।
मेडिका के जनसंपर्क अधिकारी आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ एके वैद्य की देखरेख में निकित का किडनी ट्रांसप्लांट होगा। उसके माता-पिता ही किडनी डोनेट करेंगे।