सार

जमशेदपुर में फ्लैट में हुए महिला पुलिस कर्मी व उसकी मां व बेटी हत्याकांड की जांच में पुलिस प्रेम-प्रसंग और पारिवारिक विवाद के कारण तीनों की हत्या करने का शक जता रही है। सिटी एसपी के विजय शंकर के नेतृत्व में एसएसपी ने मामले का खुलासा के लिए एसआईटी का गठन किया है। 

जमशेदपुर: जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाइन में महिला पुलिस कर्मी सविता रानी हेंब्रम, उसकी मां लखिया मुर्मू के अलावा बेटी गीता हेंब्रम की हत्या मामले में एसएसपी का चालक शक के घेरे में है। इसके अलावा पुलिस ने कुल सात लोगों को भी हिरासत में लिया है। जिसमें एसएसपी का चालक, मृतका सविता का भैंसुर और देवर, डुमरिया थाना के दो कांस्टेबल, बिष्टुपुर के एक मॉल में काम करने वाला युवक के अलावा एक अन्य शामिल है। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है। इधर, घटना के बाद शुक्रवार को रांची से फारेंसिक की टीम सुबह 11 बजे घटना स्थल पहुंची और जांच में जुट गई। टीम ने घटना स्थल का बारीकी से जांच करते हुए कई फिंगरप्रिंट भी कलेक्ट किए। लगभग आधे घंटे जांच करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। पुलिस लाइन में इस नृशंस हत्याकांड से पूरा शहर स्तब्ध है। 

एसआईटी का गठन, पोस्टमार्टम के लिए दंडाधिकारी नियुक्त
घटना के बाद एसएसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। जिसका नेतृत्व सिटी एसपी के विजय शंकर कर रहे है। इसके अलावा उपायुक्त के आदेश पर धालभुम के कार्यपालक पदाधिकारी संतोष महतो को पोस्टमार्टम के लिए दंडाधिकारी नियुक्त किया गया है। शव के पंचनामा के दौरान पुलिस ने पाया कि तीनों की हत्या एक ही तरीके से की गई है। पहले तीनों का गला घोंटा गया और फिर धारदार हथियार के आंख के पास वार कर दोनों कान को पीछे की ओर से काटा गया है। वहीं पुलिस सविता और उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म की भी आशंका जता रही है। दुष्कर्म में कई सबूत मिले हैं। 

 7 लोगो से हो रही पूछताछ: एसएसपी
जिले के एसएसपी प्रभात कुमार ने बताय पारिवारिक विवाद और प्रेम प्रसंग से जोड़कर इस पूरे मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। पुलिस एसआईटी का गठन कर मामले की जांच में जुट गई है। जल्द ही मामले की खुलासा कर लिया जाएगा। 7 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। 

क्या है मामला
गुरुवार की रात गोलमुरी पुलिस लाइन के स्टाफ क्वार्टर नंबर एलएसजी जे5 में महिला पुलिस कर्मी सविता रानी, उसकी मां लखिया मुर्मू और उसकी बेटी गीता का शव पाया गया था। शव दो दिनों तक बंद कमरे में ही पड़ा रहा। हत्यारे ने घटना को अंजाम देकर कमरे में बाहर से ताला लगा दिया था। जब कमरे से बदबू आने लगी तब पड़ोसियों ने इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. जिसके बाद कमरे का ताला तोड़कर शव को बाहर निकाला गया।

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