सार

सिंडिकेट में है शामिल 12 से 25 साल तक के हजारों युवा, किसी को ठगने के लिए इन्हें सिर्फ एक स्मार्टफोन, एक साधारण मोबाइल और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है

रांची: एमडीएमके सांसद ए गणेशमूर्ति ने ने मंगलवार को लोकसभा में वाट्सएप की निगरानी का मामला उठाया। इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री  जी किशन रेड्डी ने साफ किया कि आईटी एक्ट की धारा 69 के तहत देश के अंदर किसी को भी मॉनिटर करने का हक केंद्र के पास है। बातचीत के दौरान झारखंड के जामताड़ा में साइबर क्राइम सिंडिकेट का भी मामला उठा।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने तमाम अपराधों के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “पाकुड़, देवघर, गोड्डा, साहबगंज, दुमका और जामताड़ा साइबर क्राइम के हब बन चुके हैं। ये पूरे देश के लिए चिंता की बात है। इस क्षेत्र में एनआईए का ऑफिस होना चाहिए।" उन्होंने राज्य में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर नक्सलवाद का भी आरोप लगाया और नेपाल, बांग्लादेश और भूटान के साथ लगी सीमा पर उचित निगरानी की मांग भी की।

2013 से शुरू हुई है ठगी की शुरुआत
बताते चलें कि  पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी और सांसद परणीत कौर के साथ 23 लाख रुपए की ठगी के बाद जामताड़ा के साइबर क्राइम मॉड्यूल की जबरदस्त चर्चा है। पिछले दिनों अताउल अंसारी नाम के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया। वैसे इससे इससे पहले भी कई हाइप्रोफ़ाइल मामलों के तार यहां के इलाकों से जुड़े हैं।

झारखंड के ये इलाके साइबर काइम का तगड़ा हब हैं। साइबर ठगी की शुरुआत 2013 से हुई। अब तक देशभर में विभिन्न राज्यों की पुलिस ने जामताड़ा से 110 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

साइबर क्राइम में शामिल हैं ज्यादातर युवा
झारखंड में साइबर क्राइम सिंडिकेट में ज्यादातर 12 से 25 साल तक के युवा शामिल हैं। सिंडिकेट में करीब एक हजार से ज्यादा युवा हैं। किसी को ठगने के लिए इन्हें सिर्फ एक स्मार्टफोन, एक साधारण मोबाइल और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है। ये 12वीं या उससे भी कम पढ़े लिखे हैं।

सिंडिकेट में शामिल 80 प्रतिशत अपराधी नाबालिग हैं। यहां 90 साइबर अपराधियों की पहचान हुई है। इनके पास आय के ज्ञात से स्रोत से अधिक संपत्ति है। ये सभी ED के रडार पर हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो जामताड़ा से करीब 110 साइबर अपराधियों को अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
 

चर्चा में थे ये हाई प्रोफाइल मामले
- सीताराम मंडल नाम के शख्स ने अमिताभ बच्चन का अकाउंट हैक कर 5 लाख रुपये उड़ा लिए थे।  
- जामताड़ा के साइबर अपराधी ने एक केंद्रीय मंत्री के खाते से 1.80 लाख रुपये झटक लिए थे।
- यहां के अपराधियों ने केरल के एक सांसद को 1.60 लाख रुपये का चूना लगाया था।
- साइबर ठगी के ऐसे कई दर्जन मामले हैं जिनके तार जामताड़ा से जुड़े नजर आए हैं।