सार
शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़े में कोरोना का इन्फेक्शन इस तरह फैल चुका है कि वह पूरी तरह से डैमेज हो चुके हैं। वह 10 प्रतिशत ही काम कर रहे हैं। उनमें इतनी ताकत नहीं है कि वह ब्लड को शरीर के दूसरे अंगों तक पहुंचा सकें।
रांची. दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर जारी है, अब तक 11 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं झारखंड के शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो संक्रमित होने के बाद पिछले 20 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। ऑक्सीजन लेवल गिरने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया।
सौ फीसदी ऑक्सीजन बाहर से दी जा रही
शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़े में कोरोना का इन्फेक्शन इस तरह फैल चुका है कि वह पूरी तरह से डैमेज हो चुके हैं। वह 10 प्रतिशत ही काम कर रहे हैं। उनमें इतनी ताकत नहीं है कि वह ब्लड को शरीर के दूसरे अंगों तक पहुंचा सकें। इतना ही नहीं महतो को सौ फीसदी ऑक्सीजन बाहर से दी जा रही है।
चेन्नई के डॉक्टरों आकर करेंगे इलाज
झारखंड रिम्स के क्रिटिकल केयर के हेड डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि महतो ही हालत इतनी अच्छी नहीं है कि उनको बाहर किसी बड़े अस्पताल में शिपट किया जाए। इसलिए सरकार और हेल्थ विभाग ने चेन्नई के विशेषज्ञ डॉक्टरों सें संपर्क कर उनको रांची बुलाया गया है। जहां वह एक दो दिन में आकर उनका इलाज करेंगे।
गुड़गांव के डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे इलाज
शिक्षा मंत्री के इलाज को लेकर झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने रिम्स के चार वरिष्ठ डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम बना रखी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मेदान्ता गुड़गांव के डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। इलाज में कोई कोताही या कमी न हो इसके लिए हेल्थ विभाग के कर्मचारी स्वास्थ्य मंत्री को डेली की रिपोर्ट देते हैं।
मंत्री का हाल जानने अस्पताल पहुंचे सीएम सोरेन
शनिवार देर शाम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कृषि मंत्री बादल भी मेदांता अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से महतो के इलाज को लेकर बातचीत की। वहीं मेडिका अस्पताल जाकर मंत्री के परिजनों से भी मुलाकत की। इसके बाद सीएम ने कहा चेन्नई से चिकित्सकों की टीम मंत्री जी को देखने आयेग। जल्दी वह ठीक हो जाएंगे, चिंता की कोई बात नहीं है।
शिक्षा मंत्री को वेंटिलेटर रखने की सलाह
बता दें कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट पिछले महीने 28 सितंबर को आई थी। जिसके बाद उनको बोकारो से रांची रिम्स में भर्ती कर दिया गया था। जब हालत और ज्यादा बिगड़ने लगी तो महतो को रिम्स से रांची के मेडिका अस्पताल में शिपट कर दिया गया। लेकिन अभी तक उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है।