सार
न्यायाधीश उत्तम आनंद बुधवार की सुबह करीब 5 बजे के आसपास धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर वॉक करने के लिए निकले थे। इसी दौरान सामने से आ रहे एक ऑटो ने आनंद को टक्कर मारकर भाग निकला। वहीं पास लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हो गई है।
धनबाद, झारखंड के धनबाद जिले में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि दिन दहाड़े किसी की भी हत्या कर दी जाती है। अब यहां से एक जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। अब यह मामला दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। जहां पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने उच्च न्यायलय से न्यायाधीश उत्तम आनंद मर्डर की जांच कराने की मांग की है।
प्लानिंग के तहत ऑटो मार की जज की हत्या
दरअसल, न्यायाधीश उत्तम आनंद बुधवार की सुबह करीब 5 बजे के आसपास धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर वॉक करने के लिए निकले थे। इसी दौरान सामने से आ रहे एक ऑटो ने आनंद को टक्कर मारकर भाग निकला। वहीं पास लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हो गई है, जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश के तहत ऑटो से टक्कर मार हत्या की है। पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
कई हाईप्रोफाइल केस की कर रहे थे सुनवाई
बता दें कि न्यायाधीश उत्तम आनंद कई हाईप्रोफाइल केस की सुनवाई कर रहे थे। हाला ही में उन्होंने पूर्व विधायक के करीबी रंजय हत्याकांड जैसे कई महत्वपूर्ण मामलों में सुनवाई कर रहे थे। वहीं मृतक जज के पिता सदानंद प्रसाद ने कहा कि ऑटो ने टक्कर जानबूझकर मारी है। कुछ दिन पहले मेरे बेटे ने एक व्यक्ति को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हो सकता है कि यह लोग मेरे बेटे के पीछे पड़ गए होंगे। वहीं आनंद के भाई सुमन शंभु ने कहा कि सजा पाने वाले आरोपियों ने ही खुन्नस के तहत भाई की हत्या करवाई है। क्योंक उन्होंने दो मामलों में दो सगे भाई समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। अब परिवार इस घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
चोरी के ऑटो से दिया वारदात को अंजाम
पुलिस बारीकी से मामले की जांच में जुटी हुई है। जांच में सामने आया है कि जिस ऑटो से टक्कर मारकर जज की हत्या की गई वह चोरी का ऑटो है। यह ऑटो पाथरडीह निवासी सुगनी देवी के नाम पर दर्ज है। पुलिस ने जब उनसे बात की तो उनका कहना है कि एक रात पहले ही उनका ऑटो चोरी हो गया था। पुलिस जिले के सभी दबंगों और बदमाशों से सख्ती से पूछताछ कर रही है।