सार

ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था। पूरे मामले का खुलासा हुआ तो जेएसएससी द्वारा ली गई जेई की परीक्षा रद्द भी हो सकती है। 

रांची. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) के द्वारा कनीय अभियंता (जेई) की नियुक्ति को लेकर 3 जुलाई 2022 को सुबह 10 बजे से लिखित परीक्षा ली गई थी, परंतु परीक्षा से दो घंटे पहले ही प्रश्न पत्र लीक होकर वायरल होने लगा था। मामले को लेकर कई दिनों से जांच जारी है। इसी बीच पुलिस ने आरोपी रंजीत मंडल को ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि सरगना की तलाश में छापेमारी की जा रही है। इसमें झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के कर्मी के मिलीभगत को लेकर भी जांच जारी है। इन्होंने बताया कि बड़ा गिरोह है जो 15-20 लाख रुपये में प्रश्न पत्र बेचता है। पूरे मामले का खुलासा हुआ तो जेएसएससी द्वारा ली गई जेई की परीक्षा रद्द भी हो सकती है। 

बिहार से जुड़े हो सकते हैं तार
परीक्षा प्रश्न लीक होने के मामले में मास्टर माइंड की तलाश की जा रही है। इसके संबंध बिहार से जुड़े होने का दावा भी किया जा रहा है। ओड़िशा के क्योंझर से गिरफ्तार रंजीत मंडल ने परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक करने में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपी से पूछताछ में और कई लोगों के नाम के सामने आने का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस अगर गड़बड़ी के प्रमाण पेश करती है तो आयोग जल्द जेएसएसी की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लेगा। 

यह है मामला
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था। धनबाद (महुदा) के अभ्यर्थी मिथिलेश कुमार सिंह (पिता गोपाल प्रसाद महतो) ने 14 जुलाई को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र ह्वाट्सएप में वायरल किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद  आयोग के अध्यक्ष सुधीर त्रिपाठी ने पूरी जांच करने की बात कही। डीजीपी से मामले की जांच करने को कहा गया। 15 जुलाई को जेएससी ने प्राथमिकी दर्ज कराई। इसी क्रम में जांच के दौरान 23 जुलाई को मामले के एक आरोपी को ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है। अन्य लोगों की भी जल्द ही गिरफ्तारी होगी।

परिक्षार्थियों में आक्रोश
एक बार फिर राज्य स्तरीय परीक्षा के रद्द होने की संभावनाओं से उम्मीदवारों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। वैसे भी झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से शायद ही सफलतापूर्वक कोई परीक्षा ली जा सकी हो। राज्य कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से 2018-19 को ली गयी अंचल निरीक्षक सह कानूनगो की लिखित परीक्षा में भी व्यापक गड़बड़ियों की चर्चा सामने आने लगी है। इसको लेकर कई जगहों पर शिकायतें भी की गयी हैं। इतना ही नहीं झारखंड हाईकोर्ट में भी मामला विचाराधीन है। 

आयोग के कर्मी भी हो सकते हैं शामिल
ग्रामीण एसपी ने बताया कि प्रश्न पत्र लीक एवं वारयल करने का बड़ा गिरोह है। इसमें बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्य के लोग शामिल हैं। अभ्यर्थियों ने 15- 20 लाख रुपये देकर प्रश्न पत्र दिया जाता था। पूरे प्रकरण में चयन आयोग के भी कुछ लोग शामिल हैं क्योंकि बिना उनके सहयोग से प्रश्न पत्र लीक होना संभव नहीं है। जांच की जा रही है। दोषियों पर कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी।

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