सार

लालू यादव रिम्स के पेइंग वार्ड कमरा संख्या A- 11 में एडमिट हैं। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट का फैसला आने के बाद से लालू यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। शुरुआत में बेचैनी बढ़ गई थी। इससे पहले रविवार को रातभर नींद नहीं आई। सुबह से बेचैन देखे गए और सजा सुनने के बाद गुमसुम नजर आए थे।

रांची। जानवरों का खाना यानी चारा में घोटाले करने के दोषी और सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की तबीयत लगातार दूसरे दिन भी ठीक नहीं है। उनके दांतों में तकलीफ हो रही है। मंगलवार को लालू का हेल्थ चेकअप कराया गया। रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में मेडिसिन्स डिपोर्टमेंट के एचओडी डॉ. विद्यापति ने बताया कि लालू यादव का इकोकार्डियोग्राफी, ईसीजी और डेंटल टेस्ट कराया गया। इसमें इको और ईसीजी रिपोर्ट सामान्य आई है। जबकि कुछ दंत समस्या है, जिसका इलाज किया जाएगा। फिलहाल, अब लालू की तबीयत स्थिर है।

लालू यादव रिम्स के पेइंग वार्ड कमरा संख्या A- 11 में एडमिट हैं। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट का फैसला आने के बाद से लालू यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। शुरुआत में बेचैनी बढ़ गई थी। इससे पहले रविवार को रातभर नींद नहीं आई। सुबह से बेचैन देखे गए और सजा सुनने के बाद गुमसुम नजर आए थे। उनका ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल बढ़ गया था। लालू का सुबह ब्लड शुगर 160 पहुंच गया जो सामान्य स्थिति में खाली पेट में 110 होना चाहिए। उनका ब्लड प्रेशर 150/ 70 पहुंच गया है। उनकी किडनी 20 फीसदी क्षमता से काम कर रही है।

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लालू को पूरी तरह स्वस्थ्य होने में लगेंगे 2 से 3 हफ्ते
डॉक्टर्स का कहना था कि कोर्ट का फैसला आने से पहले लालू यादव रात से ही काफी तनाव में थे। पहले से ही वह किडनी की क्रॉनिक डिजीज से ग्रस्त हैं और ब्लड शुगर और बीपी की समस्या ग्रस्त हैं। इस तनाव के बाद सभी चीजें अनियंत्रित हो गई हैं। हालांकि उन्हें दवा दी गई है। सजा के फैसले के बाद रात में भी लालू अस्वस्थ रहे। काफी देर तक जागते रहे। उनकी नींद भी टूट रही थी। मंगलवार सुबह डॉक्टर्स ने एक बार फिर जरूरी जांचें की। डॉक्टर्स का कहना है कि लालू को पूरी तरह स्वस्थ होने में 2 से 3 हफ्ते लग सकते हैं। ऐसे में वे रिम्स में ही भर्ती रहेंगे।

चारा घोटाले के पांचों मामलों में सजायाफ्ता हुए लालू
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (lalu prasad yadav) को चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपए गबन मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 60 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। स्पेशल कोर्ट के जज एसके शशि ने यह फैसला सुनाया। चारा घोटाले से जुड़े पांचों मामलों में लालू यादव दोषी पाए गए हैं और सजा-जुर्माना लगाया है। ऐसे में लालू यादव की टेंशन बढ़ गई है। हालांकि, अभी वह हाइकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चैलेंज कर सकते हैं। लेकिन, इस सब में अभी वक्त लगेगा। ऐसे में लालू को फिर जेल में ही समय बिताना होगा।

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ये हैं चार अन्य मामले
लालू यादव को चारा घोटाले से जुड़े अन्य चार मामलों (दुमका, देवघर और चाईबासा) में पहले ही दोषी ठहराया जा चुका है. इसमें उनको कुल 14 साल की सजा हुई है। जुर्माने के तौर पर उनको अब तक 60 लाख रुपये देने पड़े थे। चाईबासा में 37 करोड़ की अवैध निकासी का पहला मामला था। उसमें पांच साल की सजा हुई थी। देवघर कोषागार से 79 लाख की निकासी में 3.5 साल की सजा हुई थी। फिर चाईबासा के दूसरे मामले में 33.13 लाख की अवैध निकासी में पांच साल की सजा हुई थी। फिर दुमका कोषागार में 3.13 करोड़ की निकासी के मामले में सात साल की सजा सुनाई गई थी। 

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लालू के जेल और अस्पताल में भर्ती होने का लेखा-जोखा
2017 में लालू यादव को दोषी ठहराया गया। उसके बाद से स्वास्थ्य कारणों से राहत मिलती रही। उन्होंने तब से 31 महीने अस्पताल में और 8 महीने जेल में बिताए हैं। 2017 के बाद से सजा का ज्यादातर वक्त रांची के रिम्स और दिल्ली के एम्स में बीता। उन्हें रिम्स में अगस्त 2018 को शिफ्ट किया गया था और वे जनवरी 2021 तक रहे। उसके बाद दिल्ली के एम्स लाया गया। बीते साल अप्रैल में झारखंड हाइकोर्ट से जमानत मिलने के बाद एम्स से बाहर निकले। अब फिर लालू को रिम्स में एडमिट कराया गया है।