सार

हजारीबाग जिले के बड़कागांव के प्रखंड विकास अधिकारी(BDO) और उनकी पत्नी के खिलाफ आदिवासी स्टूडेंट्स का गुस्सा फूट पड़ा है। अफसर दम्पती पर 17 साल की अपनी नौकरानी को टॉर्चर करने का आरोप है। मामले को करीब एक महीना होने को आया है, लेकिन उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।

हजारीबाग. बड़कागांव के प्रखंड विकास अधिकारी(BDO) राकेश कुमार और उनकी पत्नी आरती के खिलाफ आदिवासी स्टूडेंट्स का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को बारिश के बीच बड़ी संख्या में आदिवासी स्टूडेंट्स ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया। अफसर दम्पती की गिरफ्तारी की मांग की। राकेश कुमार पर अपनी नाबालिग नौकरानी को टॉर्चर करने का आरोप है। इस मामले को महीनाभर होने को आया है, लेकिन अफसर दम्पती के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। समाजसेवी और एडवोकेट मोनालिशा लकड़ा ने नाराजगी जताई कि प्रशासन बीडीओ को बचाने में लगा है। 

यह है मामला...
यह कहानी एक अफसर की क्रूरता से जुड़ी है। आरोप है कि उसने अपनी नौकरानी को बुरी तरह टॉर्चर किया। लेकिन जब नौकरानी की तबीयत बिगड़ी, तो उसे एक लाख रुपए देकर चुप रहने को कहा गया। दम्पती ने नौकरानी पर 200 रुपए की चोरी का इल्जाम लगाया था। इसके बाद नौकरानी को बेलन से पीटा और गर्म आयरन से दागा। पीड़िता को उसके पिता तिनतूस लकड़ा ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। इसके बाद मामला सामने आया।

बाल भी नोंच डाले...
बड़कागांव थाना एरिया के सोहादी गांव की रहने वाली 17 साल की प्रीति तीन महीने पहले ही राकेश कुमार के हजारीबाग पुराना बस स्टैंड स्थित घर पर काम के लिए गई थी। प्रीति पर चोरी का इल्जाम लगाया गया था। फिर उसे पीटा गया। बाद में बीडीओ ने प्रीति को एक लाख रुपए देकर इलाज कराने को बोल दिया। इस घटना के बाद से प्रीति सदमे में है। उसके गले, छाती और हाथ के अलावा शरीर पर भी जगह-जगह टॉर्चर करने के निशान हैं। प्रीति ने आरोप लगाया है कि उसके बाल भी नोंच लिए गए। अफसर दम्पती पर आरोप है कि नौकरानी को जूठन खिलाया जाता था। हालांकि बीडीओ ऐसी किसी घटना से साफ इनकार करते हैं।


गुरुवार को रैली में शामिल हुए आदिवासी स्टूडेंट्स ने कहा कि अगर BDO दम्पती के खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया गया, तो आंदोलन किया जाएगा।