सार

झारखंड में भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे के बयानों से राजनीति के गलियारों में हलचल मची हुई है।  उनके आत्मविश्वास से भरे ट्वीट को देखकर लगता है कि राज्य में कुछ बड़ा होने वाला है। वो कह रहे है कि सीएम सोरेन बस अगस्त निकाल ले।

रांची (झारखंड). झारखंड में क्या सरकार गिरने वाली है? बीजेपी के आत्मविश्वास को देख कर तो ऐसा ही कुछ लग रहा है कि झारखंड में कुछ बड़ा होने वाला है। झारखंड में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। बीजेपी लगातार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी पर हमलावर है। इस बार बीजेपी ने सीएम हेमंत सोरने को अगस्त पार करने की चेतावानी दी है। गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर इस मामले में सीएम सोरेन को कहा है कि वो ‘अगस्त पार कर लें’। 

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेएएम ने बीजेपी सांसद को कहा था मुंगेरीलाल
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने ट्विटर पर सुप्रीम कोर्ट के रुख का जिक्र करते हुए सांसद निशिकांत दुबे पर निशाना साधा था। ट्वीट में लिखा गया था कि ‘हमारे मुंगेरीलाल निशिकांत दुबे जी कुछ सुने की नहीं की माननीय सुप्रीम कोर्ट क्या कह रहा है। ख्याली पुलाव की दुनिया से बाहर आइए और माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के बारे में क्या कहा गया उसे जानिए और सीधा बाबूलाल मरांडी जी के साथ हरिद्वार निकल लीजिए। शायद कुछ पाप धुल जाए.’ सांसद निशिकांत दुबे ने इसी ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा है कि,’100 सुनार की एक लोहार की। मुख्यमंत्री जी अगस्त पार कर लें।’

शेल कंपनी केस में हाईकोर्ट में सुनवाई पर रोक
सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री के करीबियों के शेल कंपनी चलाने और सीएम को खनन लीज आवंटित करने के मामले की सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। साथ ही मामले में झारखंड हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार और मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की थी। इस पर जस्टिस यूयू ललित, जस्टिस एस रवींद्र भट्ट और जस्टिस सुधांशु धुलिया की अदालत ने सुनवाई की। अदालत ने दोनों याचिकाओं पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई पर रोक भी लगा दी है। बता दें कि बीजेपी नेता और झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास ने 2022 फरवरी में दावा किया था कि सीएम हेमंत सोरेन ने पद का दुरुपयोग किया और खुद को खनन पट्टा आवंटित किया है। 

31 तक उलटफेर की कर चुके भविष्यवाणी
इससे पहले हाल ही में दुमका पहुंचे दुबे ने कहा था कि 31 अगस्त तक कई उलटफेर हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि इस महीने राज्य में बहुत कुछ बदल सकता है। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की थी कि दुमका और बरहेट सीट पर उपचुनाव की नौबत आ सकती है। दुबे ने कहा कि दुमका में चार दशक से एक ही परिवार का कब्जा है और अब यह खत्म हो सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से लेकर, हाई कोर्ट, लोकपाल और अवैध माइंस, भ्रष्टाचार समेत अन्य मामलों में आदेश आने वाला है।

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